कुकिंग गैस के बाद अब सब्जियां दिखाने लगीं आंख
कासगंज संवाद सहयोगी रसोई गैस के बाद सब्जियां भी आंख दिखाने लगी हैं।
कासगंज, संवाद सहयोगी: रसोई गैस के बाद सब्जियां भी आंख दिखाने लगी हैं। प्याज महंगी हो गई है। साथ ही बाहर से आने वाले सब्जियों की कीमतें भी आसमान पर हैं। इससे रसोई का बजट बुरी तरह गड़बड़ा गया है।
बीते कई माह से खाद्य पदार्थों की कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। हालांकि, आलू को छोड़कर सभी हरी सब्जियां काफी सस्ती थीं। जो रसोई के बजट का संतुलन बनाए हुए थीं। पहले जनवरी से लेकर मार्च तक कुकिग गैस की कीमतों में सवा सौ रुपये तक की वृद्धि हुई है। अब पिछले कुछ दिनों में सब्जियां भी महंगी होती जा रही हैं। गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार के सामने संकट पौदा हो गया है। बढ़ती महंगाई से लोग आहत हैं। इन दिनों प्राय: सब्जियां महंगी हो जाती हैं। हरी सब्जियों की आमद कम हो जाती है। नई सब्जियां आ नहीं पातीं और आती हैं तो उनकी कीमतें ऊंची होती हैं।
- अजय, फुटकर विक्रेता बाहर से लाई जाने वाली सब्जियां हमेशा ही महंगी रहती हैं। स्थानीय स्तर पर उगने वाली सब्जियों के दाम कम होते हैं। फिलहाल सब्जियों की कीमतें बढ़ी हुई हैं।
- कृपाल, फुटकर विक्रेता पहले से ही खाद्य पदार्थों की कीमतों के कारण रसोई का बजट संतुलित करना मुश्किल हो रहा था। अब सब्जियां भी महंगी हो गई हैं। रसोई गैस की कीमतें भी लगातार बढ़ रही हैं। महंगाई पर नियंत्रण लगना चाहिए। डीजल-पेट्रोल की मूल्य वृद्धि का भी आम जनता पर असर है।
- प्रियंका परमार, गृहणी उज्ज्वला योजना में निश्शुल्क गैस कनेक्शन लिया था। गैस की कीमतें इतनी बढ़ गई हैं कि एक साथ इतने पैसे नहीं हो पाते है कि सिलेंडर लिया जाए। चूल्हे पर ही खाना पका रहे हैं। गांव में बहुत से लोग हैं जो दोबारा सिलिंडर नहीं भरवा पाए।
- गुड्डो देवी, गृहणी ऐसे बढ़ीं रसोई गैस की कीमतें
- 04 फरवरी 25 रुपये
- 15 फरवरी 50 रुपये
- 25 फरवरी 25 रुपये
- 01 मार्च 25 रुपये सब्जियों की दरें फरवरी मार्च
- आलू 08 10
- प्याज 30 40
- टमाटर 10 20
- मटर 20 30
- गोभी 05 10
- पत्ता गोभी 08 10
- कटहल 30 40
- बैंगन 15 30
- शिमला मिर्च 40 60