तीर्थ स्थल घोषित करने की मांग को लेकर चल रही भूख हड़ताल आमरण अनशन में बदली
सोरों संवाद सूत्र सूकर क्षेत्र संयुक्त विकास मोर्चा द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन के क्रम में मंगलवार को आमरण अनशन शुरू हुआ।
सोरों, संवाद सूत्र : सूकर क्षेत्र संयुक्त विकास मोर्चा द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन के क्रम में मंगलवार को आमरण अनशन शुरू हुआ। इस दौरान अनशनकारियों ने अंतिम सांस तक संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया। सरकार से अड़ियल रवैया छोड़कर सूकर क्षेत्र को तीर्थस्थल की सूची में शामिल करने की मांग की है।
आमरण अनशन पर बैठे भूपेश शर्मा, कपिल पंडित और अशोक पांडेय ने संयुक्त रूप से अंतिम सांस तक तीर्थ नगरी के लिए आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया। अनशनकारियों ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि जब प्रदेश में हिदूवादी सरकार है, ऐसी स्थिति में भी तीर्थनगरी को वास्तविक दर्जा नहीं दिया जा रहा है। सोरों सूकर क्षेत्र तीर्थस्थल की सूची में शामिल होने के सभी मानक पूरे करती है। अनशनकारियों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि वह तीर्थनगरी के लोगों की भावनाओं की कद्र करे और सोरों को तीर्थस्थल घोषित करे। धरना स्थल पर पहुंचकर रिकू पचौरी, हरिओम पचौरी, ज्वाला ठाकुर, रामकुमार पचौरी, रोहित तिवारी, सीताराम तिवारी, गोविद तिवारी, रोहित देवल, सुरेंद्र महेरे, मोना पंडित, शुभम पंडित, दुर्गेश भारद्वाज, विजय तिवारी, अंकुर ने आमरण अनशन पर बैठै स्वयंसेवियों का उत्साह बढ़ाया। ब्राह्मण सभा ने नवागत डीएम को दिया ज्ञापन
मंगलवार को ब्राह्मण कल्याण सभा के प्रतिनिधि मंडल ने कलक्ट्रेट पहुंचकर नवागत डीएम हर्षिता माथुर को भगवान गणेश का चित्र भेंट कर उनका अभिनंदन किया। तीर्थ नगरी की मांग को लेकर सोरोंवासियों द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन की जानकारी ली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम संबोधित ज्ञापन देकर सोरों को तीर्थस्थल घोषित करने की मांग की। ब्राह्मण कल्याण सभा के अध्यक्ष शरद कुमार पांडेय, अनुपम मिश्र, सौरभ उपाध्याय, आशीष भारद्वाज, हिमांशु उपाध्याय मौजूद रहे। नगला सुंदर में लगी किसान चौपाल
विकास खंड सोरों के गांव नगला सुंदर में राष्ट्रीय युवा शक्ति द्वारा किसान चौपाल लगाई गई। इसमें तीर्थस्थल की मांग को लेकर किसानों एवं ग्रामीणों से आंदोलन से जुड़ने की अपील की। राष्ट्रीय युवा शक्ति प्रमुख प्रदीप रघुनंदन ने कहा कि सोरों तीर्थ स्थल की सूची में शामिल होता है तो समूचे जिले का विकास होगा और यह विकास गांव तक पहुंचेगा। उन्होंने किसानों से कहा कि वह भी इस आंदोलन में जुड़ें और शांति प्रिय तरीके से प्रदेश सरकार से सोरों को तीर्थ स्थल घोषित किए जाने की मांग करें। कालू सिंह, राहुल मिश्रा, मुकेश दीक्षित, सुभाष वर्मा, योगेंद्र मौर्य, रामनिवास शर्मा, लालिता प्रसाद, हरिओम, चांद मियां, दिनेश, रामकिशोर मौजूद रहे।