अकीदत के साथ मनाया हजरत अली योम-ए-विलादत का जश्न
कासगंज जागरण टीम हजरत अली योमे विलादत का जन्मदिन मुस्लिम समाज द्वारा अकीदत के साथ मनाया गया।
कासगंज, जागरण टीम: हजरत अली योमे विलादत का जन्मदिन मुस्लिम समाज द्वारा अकीदत के साथ मनाया गया। कस्बा बिलराम में लंकर और कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वहीं, भरगैन में मुस्लिम समाज के लोगों ने चिश्ती पीर की दरगाह पर चादर चढ़ाकर विश्व शांति की दुआ की।
शहर में हुए कार्यक्रम में शहर काजी ने हजरत अली के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हजरत अली ने अपना जीवन दुखियों और मानवता की सेवा के लिए समर्पित किया। कस्बा बिलराम में जुमे की नमाज के बाद मुहल्ला चौधरी स्थित आसिफ अली खान के आवास पर हजरत अली योमे विलादत का जश्न मनाया गया। मौलाना सोहेल अख्तर साहब ने हजरत अली की हालाते जिदगी के बारे में लोगों को बताया। हाफिज अकबर अली साहब ने हजरत अली की शान में नात ए पाक पड़ी। मुस्तफा हुसैन चौधरी अयान खान, अलीमुद्दीन खाना, चमन खान, कासिम कुरेशी, अब्दुल कादिर, अब्दुल मुतालिब, अरशद अली, फारूक अली, नाजिम अब्दुल बासित, अब्दुल कादिर, मोहिउद्दीन सैफी, अब्दुल समद सै़फी, सद्दाम खान मौजूद रहे। कस्बा भरगैन में अकीदतमंदों ने दरगाह हजरत चिश्ती पीर पर चादर चढ़ाकर विश्व शांति की दुआ मांगी। इमाम मौलाना अजीमुद्दीन रिजवी ने जुमे की नमाज में हजरत अली के जीवन पर तकरीर करते हुए कहा कि हजरत अली इस्लाम धर्म के अंतिम पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब के दामाद हैं, जिन्होंने मानव सेवा के लिए तमाम सराहनीय कार्य किए। समाजसेवी रिहान खान ने चादर पेश करते समय कहा कि हजरत अली ने इस्लाम को घर-घर तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया। घरों में भी हजरत अली के नाम की फातिहा ख्वानी हुईं। मीलाद कार्यक्रम में ह•ारत अली की शान में कसीदे पढ़े गए। तोहीद खान, खालिद खान, कल्लू, भूरे खान, रिहान खान, हाजी हुसैन आलम खान, निसार आलम खान, इंतियाज अली आदि मौजूद रहे।