खारे पानी की समस्या से जूझ रहे हैं कई गांवों के ग्रामीण

कासगंज संवाद सहयोगी पटियाली विकास खंड की ग्राम पंचायत रिजौला में खारा पानी होने से ग्रामीण शुद्ध जल के लिए तरस रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 05:31 AM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 05:31 AM (IST)
खारे पानी की समस्या से जूझ रहे हैं कई गांवों के ग्रामीण
खारे पानी की समस्या से जूझ रहे हैं कई गांवों के ग्रामीण

कासगंज, संवाद सहयोगी : पटियाली विकास खंड की ग्राम पंचायत रिजौला में खारा पानी होने से ग्रामीण शुद्ध जल के लिए तरस रहे हैं। 12 वर्ष पूर्व जल निगम द्वारा बनाई पानी की टंकी का भी कोई फायदा नहीं हो रहा है। दाल, सब्जी आदि पकाने के लिए आसपास के गांव से महिलाएं पानी लाती हैं।

ग्राम पंचायत रिजौला के नगला गोवदी, नगला रामजीत व गंगपुर में हैंडपंप से खारा पानी आता है। शासन-प्रशासन द्वारा इस समस्या के समाधान के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया है। वर्ष 2008 में जल निगम ने शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए टंकी का निर्माण कराया था। गांव में पाइप लाइन भी बिछा दी गई थी। हालांकि जल आपूर्ति सुचारु नहीं हो सकी। इससे ग्रामीणों की उम्मीद पर पानी फिर गया और गांव में खारे पानी की समस्या जस की तस बनी रही। खारे पानी की चलते गांव में लोग बीमारियों से पीड़ित रहते हैं। अधिकांश ग्रामीण पेट रोग से ग्रसित रहते हैं। पीने के पानी के लिए दूर जाना पड़ता है। समस्या का समाधान होना चाहिए।

- बीटू सिंह, निवासी नगला रामजीत दाल और सब्जी भी खारे पानी से नहीं गल पाती हैं। पानी दूर से लाना पड़ता है और खारे पानी के पीने से पशुओं में भी बीमारी फैलती है। जनप्रतिनिधियों ने भी यहां की समस्या के निदान के लिए कोई काम नहीं किया।

- रामसेवक, निवासी गोवदी नगला ग्रामीणों को शुद्ध जल मिले इसके लिए प्रयास जारी हैं। जल निगम द्वारा सर्वे किया गया है शीघ्र ही पानी की टंकी चालू कराकर घरों में कनेक्शन दिए जाएंगे। शुद्ध जल की आपूर्ति की जाएगी।

- सुनील सिंह ग्राम प्रधान रिजौला पानी में कैल्शियम, फास्फोरसव लवण की मात्रा अधिक होने से पानी खारा हो जाता है। खारे पानी के प्रयोग से ब्लड प्रेशर, पेट रोग और त्वचा रोग बढ़ने की संभावना रहती है।

- डा. सीएल यादव फिजीशियन

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