पटियाली क्षेत्र में खेतों की ओर बढ़ा गंगा का पानी, लोग परेशान

पटियाली संवाद सूत्र पहाड़ों एवं मैदानी इलाकों में हो रही बारिश एवं बैराजों से छोड़े जा रहा पानी गंगा में बढ़ता ही जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 05:33 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 05:33 AM (IST)
पटियाली क्षेत्र में खेतों की ओर बढ़ा गंगा का पानी, लोग परेशान
पटियाली क्षेत्र में खेतों की ओर बढ़ा गंगा का पानी, लोग परेशान

पटियाली, संवाद सूत्र : पहाड़ों एवं मैदानी इलाकों में हो रही बारिश एवं बैराजों से छोड़े जा रहा पानी गंगा में बढ़ता ही जा रहा है। शनिवार को भी कछला गंगा घाट पर पानी के गेज में बढ़ोत्तरी हो गई। पटियाली क्षेत्र में गंगा नदी का पानी तटवर्ती ग्रामों की फसली भूमि की ओर रुख कर चुका है। नगला खिमाई में मुख्य मार्ग तक पानी पहुंच जाने से आवागम प्रभावित हो गया है। पटियाली में थाना सुन्नगढ़ी से लेकर थाना सिकंदरपुर वैश्य के गांव राजेपुर कुर्रा तक लगभग 45 किलोमीटर के दायरे में गंगा नदी बहती है। पहाड़ों एवं मैदानी इलाकों में निरंतर हो रही बारिश एवं बैराजों से छोड़े जा रहे पानी से गंगा कछला नदी एवं पटियाली के कादरगंज घाट पर निरंतर पानी बढ़ रहा है। पटियाली में हिम्मतनगर बझेड़ा, टिकुरी, रामताल, नगला मुख्तार, जिजौल, नगल मनी, नगला खुर्द में गंगा का पानी फसली भूमि की ओर रुख कर चुका है। फसलों में पानी भरने से किसानों की चिता बढ़ गई है। पंसोती एवं नगला खिमाई के बीच मुख्य मार्ग में पानी आने से यहां का आवागमन भी ठप हो गया। किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गंगा में पानी का डिस्चार्ज :

- हरिद्वार बैराज : 100128 क्यूसेक

- बिजनौर बैराज : 105080 क्यूसेक

- नरौरा बैराज : 137274 क्यूसेक

- कछला नदी पर पानी का गेज : 163.65 मीटर गंगा में पानी का उतार चढ़ाव हो रहा है। कहीं स्थिति असमान्य नहीं है। एक दो दिन में पानी घटेगा। बैराजों से भी डिस्चार्ज कम हो जाएगा। हर विषम परिस्थितियों से निपटने की तैयारियां हैं।

- अरुण कुमार, अधिशासी अभियंता सिचाई

गंगा नदी ने शुरू किया कटान

गंगा नदी की धार जैसे जैसे पैनी होती जा रही है वैसे वैसे समस्याएं भी बढ़ती जा रही हैं। अब गंगा नदी कटान कर रही है। पटियाली क्षेत्र के गांव नगला शंभू के समीप गंगा का पानी कटान कर रहा है। सिचाई विभाग ने वहां कटान रोधी कार्य शुरू कराएं हैं और टीम भी निगरानी के लिए गंगा नदी किनारे भेजी है।

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