आग से हो रही तबाही, विभाग दे रहा संसाधनों की दुहाई
कासगंज संवाद सहयोगी जिले में इन दिनों बड़ी संख्या में अग्निकांड की घटनाएं हो रही हैं।
कासगंज, संवाद सहयोगी : जिले में इन दिनों बड़ी संख्या में अग्निकांड की घटनाएं हो रही हैं। अब तक सैकड़ों बीघा गेहूं की फसल, दर्जनों झोपड़ियां और घर जलकर राख हो गए हैं। पशु भी जलकर मरे हैं। कई स्थानों पर तो समय से दमकल न पहुंचने के कारण अधिक क्षति हुई। जिले में अग्निशमन विभाग पर संसाधनों का अभाव है। विभाग संसाधनों की दुहाई देकर पल्ला झाड़ रहा है।
जिले में पटियाली और कासगंज दो अग्निशमन केंद्र हैं, लेकिन दोनों केंद्रों पर ही अव्यवस्थाएं हैं। सबसे बड़ी अव्यवस्था कर्मचारियों के न होने से है। दोनों ही केंद्रों पर मानक से आधे ही कर्मचारी हैं। बढ़ती गर्मी एवं तेज हवाओं के चलते आग की घटनाएं बढ़ रही हैं। अप्रैल में ही लगभग डेढ़ सौ बीघा गेहूं की फसल और छह दर्जन झोपड़ियां जलकर राख हुई हैं। वहीं, दर्जनभर पशु भी जलकर मर गए हैं। कई घटनाएं तो सिर्फ इसलिए विकराल हो गईं कि वहां समय से अग्निशमन वाहन नहीं पहुंच सका। अब जबकि चुनाव आ गए। दमकल विभाग को चुनावी डयूटी में भी लगाया है। वाहनों को भी चुनावी व्यवस्था के लिए लगा दिया गया है। ऐसे में आग की घटनाओं पर नियंत्रण पाना और बड़ी समस्या बन गया है। जिले में आग से तबाही हो रही है। विभाग संसाधनों के अभाव की दुहाई देकर पल्ला झाड़ रहा है।
आंकड़ों की नजर में
- जिले में अग्निशमन केंद्र : दो
- कासगंज में : एक
- पटियाली में : एक
- अग्निशमन वाहन कुल : चार
- पांच हजार लीटर क्षमता के : दो
- ढाई हजार लीटर क्षमता का : एक
- 400 लीटर क्षमता का : एक सबसे अधिक समस्या कर्मचारियों की है। कासगंज में मात्र 20 सिपाही हैं, जबकि 40 की जरूरत है। पटियाली में छह सिपाही हैं, जबकि 10 से 12 की जरूरत है। जिला अग्निशमन अधिकारी का पद रिक्त है। कर्मचारियों के न होने से पटियाली पर एक ही गाड़ी रखी गई है, क्योंकि वहां संचालन नहीं हो पाता है।
- नवल सिंह, अग्निशमन अधिकारी