जिले में बुखार से मरने वालों का आंकड़ा पहुंचा सौ के पार

कासगंज संवाद सहयोगी जिले में जानलेवा बुखार से मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 05:57 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 05:57 AM (IST)
जिले में बुखार से मरने वालों का आंकड़ा पहुंचा सौ के पार
जिले में बुखार से मरने वालों का आंकड़ा पहुंचा सौ के पार

कासगंज, संवाद सहयोगी : जिले में जानलेवा बुखार से मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। प्रतिदिन मौत हो रही हैं। बुखार पर काबू पाने के स्वास्थ्य विभाग के प्रयास एवं व्यवस्थाएं नाकाफी साबित हो रही हैं। 14 वर्षीय किशोर सहित युवक की मौत के साथ ही जिले में बुखार से मरने वालों की संख्या 103 तक पहुंच गई है। सैकड़ा से अधिक मौत होने के बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग के लेखाजोखा में बुखार से कोई मौत नहीं हैं। शुक्रवार को डेंगू के चार और बुखार के 44 रोगी मिले हैं।

जिले में बुखार का संक्रमण फैले लगभग दो माह का समय होने जा रहा है। इन दिनों में डेंगू सहित बुखार से 100 लोगों की जानें जा चुकी हैं। ऐसा नहीं कि स्वास्थ्य विभाग रोकथाम के लिए प्रयास नहीं कर रहा है। लेकिन सीमित संसाधन एवं उपलब्ध व्यवस्थाओं में वह बेहतर नहीं कर पा रहा है। सारे प्रयास विफल साबित हो रहे हैं। जिला अस्पताल का डेंगू वार्ड बुखार पीड़ितों से भरा पड़ा है। निजी चिकित्सकों के यहां भी यही हालात हैं। उम्मीद थी कि शायद अब बुखार का प्रकोप थमेगा, लेकिन बीते दिनों हुई बारिश के साथ ही मौसम में हुए परिवर्तन में इस उम्मीद पर भी प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। शहर के सहावर गेट निवासी शिवकुमार का 14 वर्षीय पुत्र यशवीर को मंगलवार को बुखार आया था। स्थानीय चिकित्सक के यहां भर्ती कराया गया। जांच में प्लेटलेट्स कम आए तो उपचार के लिए चिकित्सकों ने उसे अलीगढ़ रेफर कर दिया। स्वजन अलीगढ़ ले जा रहे थे कि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। किशोर की मौत से परिवार में कोहराम मचा है। वहीं, सोरों के नगला खंजी निवासी हरिओम की बुखार से मौत हो गई। स्वजन के मुताबिक वह डेंगू बुखार से पीड़ित थे।

बुखार से गंजडुंडवारा के गांव बरेठी निवासी रविद्र के 14 वर्षीय पुत्र युवराज को 19 अक्टूबर को बुखार आया था। स्थानीय चिकित्सक के यहां लाभ न मिलने पर स्वजन उसे इलाहाबाद ले गए थे। शुक्रवार की दोपहर इलाहाबाद में डेंगू बुखार से उसकी मौत हो गई। वहीं, सलेमपुर बीबी निवासी मधुबाला कई दिन से बुखार से पीड़ित थी। स्वजन उपचार के लिए अलीगढ़ ले गए थे। वहां गुरुवार की देर रात उनकी मौत हो गई। जिले में बुखार से मरने वालों की संख्या 103 हो गई है। ढोलना ग्रामीण क्षेत्र में पहुंची टीमें उपचार के साथ किया जागरूक

ढोलना क्षेत्र में गुरुवार को बुखार से तीन मौतें हुईं थीं। शुक्रवार को एसीएमओ डा. अविनींद्र कुमार और स्वास्थ्य अधीक्षक डा. अनुपम सिंह के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम ने गांव ढोलना एवं नगला भूड़ में घर-घर जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। रोगियों के नमूने लेकर लक्षण के अनुसार उनकी जांच कराई है। लोगों को जागरूक किया है। डा. अविनींद्र कुमार ने बताया कि लोगों को जागरूक किया गया है कि बुखार आने पर झोलाछाप के यहां इलाज न कराए। स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर परीक्षण कराएं। इलाज की व्यवस्था है। यदि आने-जाने के साधन की समस्या हो तो डायल 108 पर काल कर एंबूलेंस मंगाएं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 14 टीम लगाई गई हैं। वे गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं, रोगियों का उपचार किया जा रहा है। डेंगू बुखार से जिले में अभी तक कोई मौत नहीं हुई है।

- डा. अनिल कुमार, सीएमओ

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