बुखार ने झोलाछाप के यहां लगा दी रोगियों की कतार

कासगंज संवाद सहयोगी शहर से लेकर कस्बे एवं गांवों तक झोलाछापों का जाल बिछा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 05:59 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 05:59 PM (IST)
बुखार ने झोलाछाप के यहां लगा दी रोगियों की कतार
बुखार ने झोलाछाप के यहां लगा दी रोगियों की कतार

कासगंज, संवाद सहयोगी : शहर से लेकर कस्बे एवं गांवों तक झोलाछापों का जाल बिछा है। न तो वैध डिग्री है न क्लीनिक चलाने के लिए पर्याप्त स्थान और प्रशिक्षित स्टाफ। उसके बाद भी बुखार ही नहीं बड़े रोगों का उपचार यह झोलाछाप कर रहे हैं। इन दिनों फैले डेंगू और बुखार ने इनके यहां भी रोगियों की कतारें लगा दी हैं। स्थान के अभाव में जहां तहां रोगियों को बैठाकर एवं लिटाकर उनका उपचार किया जा रहा है।

इन दिनों जिले में बुखार का प्रकोप तेजी से बढ़ा है। दो माह से संक्रमण ने जिले को गिरफ्त में ले लिया है। शहर, कस्बे और गांव बुखार के रोगियों से भरे पड़े हैं। घर-घर चारपाई बिछी हैं। जिला अस्पताल हो या फिर निजी चिकित्सालय सभी जगह रोगियों की भीड़ है। झोलाछापों के यहां भी रोगियों की कतार लगी हैं। यह झोलाछाप रोगियों को दवा ही नहीं दे रहे बल्कि इन्हें अपने यहां भर्ती भी कर रहे हैं। ड्रिप चढ़ा रहे हैं, डेंगू का उपचार करने में भी नहीं चूक रहे हैं। स्थिति यह है कि इनके क्लीनिक पर पर्याप्त स्थान नहीं है तो सड़क पर चारपाई तखत या फिर दुकानों के चबूतरों पर लिटाकर ही ड्रिप चढ़ा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई का भी कोई असर नहीं दिख रहा है। बीते दिनों शहर के सहावर गेट इलाके में ऐसे ही एक अवैध क्लीनिक पर कार्रवाई की गई। संचालक पर मुकदमा दर्ज कराया गया। उसके बाद आज भी यह क्लीनिक बेखौफ संचालित है। निरंतर कार्रवाई की जा रही है। कई बार व्यवहारिक समस्याएं सामने आती हैं। झोलाछाप के यहां भर्ती मरीजों को वहां से हटाकर जिला अस्पताल में भर्ती कराने के प्रयास किया जाता है तो तीमारदार लड़ने को तैयार हो जाता है। ऐसे में मरीजों को बिना हटाए क्लीनिक बंद नहीं किया जा सकता। मरीज का जीवन और उसका स्वास्थ्य पहली प्राथमिकता है।

- डा. अनिल कुमार, सीएमओ

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