नहीं थम रहा बुखार से मौतों का सिलसिला, दो महिलाओं समेत तीन की मौत

कासगंज संवाद सहयोगी जिले में जानलेवा बुखार का प्रकोप थम नहीं रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 05:36 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 05:36 AM (IST)
नहीं थम रहा बुखार से मौतों का सिलसिला, दो महिलाओं समेत तीन की मौत
नहीं थम रहा बुखार से मौतों का सिलसिला, दो महिलाओं समेत तीन की मौत

कासगंज, संवाद सहयोगी : जिले में जानलेवा बुखार का प्रकोप थम नहीं रहा है। बुखार से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। रविवार को भरगैन और ढूंढरा में बुखार से दो महिलाओं समेत तीन की मौत हो गई। इसी के साथ बुखार से मरने वालों का आंकड़ा 48 जा पहुंचा है।

पटियाली क्षेत्र बुखार का हाटस्पाट बन गया है। अब तक हुई 48 मौतों में से 42 अकेले पटियाली क्षेत्र में हुई हैं। सबसे अधिक मौत पटियाली तहसील के विकास खंड गंजडुंडवारा के गांव गनेशपुर में हुई है। इन्हीं क्षेत्रों में डेंगू भी पैर पसारे हुए है। ग्रामीण क्षेत्रों में बुखार के रोगी हैं। सोमवार को बुखार से पीड़ित 44 वर्षीय फहिमा बेगम पत्नी मकसूद आलम खान निवासी मुहल्ला बीच थोक की मौत हो गई। बताया जाता है कि वह कई दिन से बुखार से पीड़ित थी। उनमें डेंगू के लक्षण थे, लेकिन स्वजन ने जांच नहीं कराई। वहीं, सिढ़पुरा विकास खंड के गांव ढूंढरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डा. राजेश की पत्नी नीता देवी की बुखार से आगरा के निजी अस्पताल में मौत हुई है। बताया जाता है कि वह कई दिन से बुखार से पीड़ित थी।

वहीं, गांव ढूंढरा के 55 वर्षीय रामकिशोर को दो दिन पूर्व बुखार आया था। स्वजन उसे उपचार के लिए आगरा के निजी हास्पिटल ले गए जहां जांच में डेंगू पाजिटिव पाए गए। सोमवार की सुबह उनकी भी मौत हो गई। शव गांव पहुंचा है। स्वजन ने अंतिम संस्कार किया है। बुखार से मरने वालों की संख्या 48 हो गई है। निजी चिकित्सालय हों या फिर सरकारी स्वास्थ्य केंद्र सभी के यहां वायरल बुखार के रोगी सबसे अधिक हैं। कुछ बुखार रोगियों में डेंगू के लक्षण मिले हैं। उनकी एलाइजा जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं। अब तक 54 रोगी डेंगू के मिले हैं। 16 रोगी मलेरिया के मिल चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें बुखार प्रभावित गांवों में कैंप कर रही है। एंटी लार्वा के छिड़काव के लिए भी टीमों को लगाया गया है।

डा. अनिल कुमार, सीएमओ

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