धूप निकलने से खिले किसानों के चेहरे
बीते एक सप्ताह से खराब मौसम से चिता में पड़े थे किसान फसलें बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गई थीं।
भरगैन, संवाद सूत्र। बीते एक सप्ताह से खराब मौसम के कारण किसान फसलों को लेकर बड़ी चिता में पड़े थे। बरसात और ओलावृष्टि से उनकी फसलें बर्बाद होने के कगार पर पहुंच चुकी थीं। मटर, तम्बाकू, सरसों, सोयाबीन की फसलों को सर्वाधिक नुकसान पहुंचा है। अधिकतर किसानों ने लहा की पकी फसल खेत से तो थ्रेसर से निकलवा ली है, लेकिन धूप नहीं निकलने से सरसों को सुखा नहीं पा रहे थे। शुक्रवार को सुबह से ही तेज धूप होने के कारण किसानों के चेहरे पर खुशी लौट आयी है। उनका कहना है कि अब थ्रेसर से निकली सरसों को धूप में सुखाने से कुछ राहत मिली है। कस्बा भरगैन के मुहल्ला हसन थोक निवासी किसान रियाजुल हसन का कहना है कि बीते एक सप्ताह से धूप नहीं निकलने से वह अपनी थ्रेसर से निकली सरसों को धूप में नहीं सूखा पा रहे थे। शुक्रवार को प्रात: से धूप निकली। जिससे सरसों खूब सूख गई है। अब आढ़तिया सरसों का सही मूल्य दे देगा। भीकन थोक निवासी किसान असलम खान का कहना है कि शुक्रवार को धूप निकलने से खेत में कटी पड़ी सरसों की फसल को सुखाने का मौका मिला। जल्द ही कटर से निकलवाकर अपने घर पहुंचाएंगे।