लंबी उड़ान से थककर उतरा यूरेशियन कूट
कासगंज के पटियाली स्थित पक्षी बिहार में विदेशी पक्षी ने डेरा डाले हैं। डीएफओ ने चिकित्सकीय परीक्षण कराकर तालाब में छोड़ा।
कासगंज, संवाद सहयोगी यूरोप से उड़ान भरकर यहां पहुंचा यूरेशियन कूट शुक्रवार को सोरों की एक छत पर उतरा। लंबी उड़ान से थका पक्षी उड़ने में असमर्थ और बीमार दिख रहा था। सूचना पर पहुंचे डीएफओ ने उपचार के बाद उसे तालाब में छुड़वाया है।
यूरेशियन कूट मूलत: यूरोपीय पक्षी है। यह आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और उत्तरी अफ्रीका के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। देखने में कुछ-कुछ छोटी बतख के आकार का यह पक्षी काले रंग का होता है। उसके सिर पर सफेद तिलक जैसा निशान होता है। सर्दी के दिनों में यह पक्षी एशिया आता है। इन दिनों जिले के पटियाली स्थित पक्षी बिहार में यूरेशियन कूट का दल डेरा डाले हुए हैं। शुक्रवार को सोरों निवासी दीपक पाराशर ने एक विदेशी पक्षी को अपने घर की छत पर देखा। उन्होंने देखा कि पक्षी उड़ने में असहाय महसूस कर रहा है। सूचना डीएफओ दिवाकर वशिष्ठ को दी गई। विभागीय कर्मचारी और चिकित्सकीय टीम के पहुंचे डीएफओ ने पक्षी का चिकित्सकीय परीक्षण कराया। तीन घंटे तक उसकी देखभाल करने के बाद उसे सोरों में ही एक तालाब में छोड़ दिया गया है। लंबी उड़ान भरने के कारण यूरेशियन कूट थक गया था। इसलिए दुबारा नहीं उड़ सका। देखभाल के बाद पक्षी पूरी तरह दुरुस्त है। उसे सोरों में तालाब में छुड़वाया गया है। यह पक्षी पानी में ही रहता है।
- दिवाकर वशिष्ठ, डीएफओ