गुरुवार को जिले में नहीं मिला कोई कोरोना पाजिटिव

कासगंज संवाद सहयोगी जिले में गुरुवार को वैक्सीनेशन की गति धीमी रही।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 05:03 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 05:03 AM (IST)
गुरुवार को जिले में नहीं मिला कोई कोरोना पाजिटिव
गुरुवार को जिले में नहीं मिला कोई कोरोना पाजिटिव

कासगंज, संवाद सहयोगी : जिले में गुरुवार को वैक्सीनेशन की गति धीमी रही। कुल 903 लोग टीकाकरण के लिए केंद्रों पर पहुंचे। जांच के लिए 2408 सैंपल लिए गए। इनमें एंटीजन टेस्ट में कोई भी कोरोना पाजिटिव नहीं मिला।

जिले के स्वास्थ्य केंद्रों सहित महिलाओं के लिए बनाए गए कम्युनिटी हाल में वैक्सीनेशन किया गया। 18 प्लस के 534 युवाओं ने टीकाकरण कराया। जबकि 45 प्लस के 346 को पहली एवं 23 को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई। स्वास्थ्य केंद्रों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लगाए गए स्वास्थ्य शिविरों में कोरोना जांच के लिए कुल 2408 सैंपल लिए गए। इनमें 1099 सैंपल आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए आगरा और लखनऊ की लैब भेजे गए हैं। 1308 एंटीजन टेस्ट में कोई भी पाजिटिव नहीं मिला। एक ट्रूनोट टेस्ट भी हुआ। सीएमओ डा. अनिल कुमार ने बताया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन है। रविवार के अवकाश को छोड़कर प्रत्येक दिन सुबह नौ बजे से सभी केंद्रों पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है। इसके लिए पंजीकरण अनिवार्य है। जो लोग आनलाइन पंजीकरण नहीं करा पाए हैं, उनके लिए स्पाट पंजीकरण किया जा रहा है। युद्धस्तर पर चल रहा आक्सीजन प्लांट लगाने का कार्य

संवाद सूत्र, गंजडुंडवारा : कस्बे में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर जारी है। अस्पताल में 50 रोगियों के बेड तक आक्सीजन पहुंचाई जाएगी। इससे गंगा की तराई वाले इलाके के रोगियों को खासी मदद मिलेगी। उन्हें आक्सीजन के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।

कोरोना की दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी सामने आई है। इसे लेकर हर इलाके में आक्सीजन पहुंचाने का सरकार ने बीड़ा उठाया है। इसी के चलते स्वास्थ्य केंद्रों को भी चिह्नित कर आक्सीजन प्लांट लगाने की कार्रवाई शुरू हो गई। आक्सीजन बनाने की मशीन एवं टैंक यहां पहुंच गए। इन्हे स्थापित करने के लिए कार्य युद्धस्तर पर जारी है। स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डा. मुकेश यादव बताते हैं कि आक्सीजन को बेड तक पहुंचाने के लिए पाइप लाइन की फिटिग का कार्य पूरा हो चुका है। इन दिनों प्लेटफार्म तैयार कर शेडिग एरिया तैयार किया जा रहा है। इसे चारों ओर जालियों से कसा जाएगा। इस परिसर में आक्सीजन टैंक एवं तैयार करने की मशीन स्थापित होगी। उन्होंने बताया कि एक माह के भीतर गंगा की तराई वाले इलाके के लोगों को आक्सीजन की सुविधा स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध होगी।

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