उपवास पर बैठे बच्चे , बुजुर्ग और मुस्लिम

सरकार के निर्णय को बताया गलत सोरों को तुलसी पीठ घोषित किए जाने की मांग

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Feb 2019 10:54 PM (IST) Updated:Sat, 16 Feb 2019 10:57 PM (IST)
उपवास पर बैठे बच्चे , बुजुर्ग और मुस्लिम
उपवास पर बैठे बच्चे , बुजुर्ग और मुस्लिम

कासगंज, जागरण संवाददाता। राजापुर को तुलसी पीठ घोषित किए जाने पर सोरों में पनप रहा आक्रोश थम नहीं रहा। शनिवार को नागरिकों ने तुलसी आवास पर एक दिवसीय उपवास रखा। जिसमें बच्चों और बुजुर्गो सहित मुस्लिमों ने भी सहभागिता निभाई। सभासद संघ ने आंदोलन को समर्थन दिया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोध नारेबाजी की।

प्रदेश सरकार ने अपने बजट में राजापुर को तुलसी पीठ घोषित कर करोड़ों रूपये का अनुदान आवंटित किया। इसके बाद से ही कस्बे के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। प्रतिदिन आंदोलन हो रहे हैं। शनिवार को पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत कस्बावासियों ने मुहल्ला योग मार्ग स्थित गोस्वामी तुलसी के आवास पर एक दिवसीय उपवास रखा। इस मौक पर भूपेश शर्मा ने कहा कि सरकार ने जो भूल की है उस पर पुन: विचार कर सुधार लाना चाहिए। तुलसी की जन्मभूमि सोरों को तुलसी पीठ घोषित करे और पर्यटन स्थल की घोषणा को पूरा करें। उमेश तिवारी ने सरकार के विरूद्ध आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार का निर्णय राजनीति प्रेरित है । अभय राम मिश्रा, गंगा बल्लभ माथुर ने भी सरकार के निर्णय पर आलोचना की। सभासद इकरार अहमद ने कहा कि सोरों में ऐसे अकाट्य साक्ष्य है जिससे यह तय है कि सोरों ही तुलसी की जन्म भूमि है।

ये रहे उपस्थित

श्याम दीक्षित, ¨प्रस, दीपक, भारत उपाध्याय, सीताराम तिवारी, सचिन दुबे, कपिल पंडित, गोपाल भारद्वाज, गोपाल गुप्ता, सोनू, अभय राज मिश्रा, आशीष मिश्रा, प्रतीक मिश्रा, रामदास विजय, आशीष तिवारी, प्रेम बाबू राजपूत, लोकेश पचौरी, सुमित, मोहित चौबे, मनीष पंडा, अंशुल दुबे, मोहम्मद राहत, मोहित चोबे, सचिन, रामू महेरे, प्रमोद उपाध्याय, रामदास शर्मा, पीयूष महेरे, सचिन तिवारी, आशीष दौनेरिया आदि कस्बा के लोग मौजूद रहे।

28 को हरिपदी गंगा पर करेंगे आत्मदाह

तुलसी और तीर्थ आंदोलन के उपवास के मौके पर गोपाल भारद्वाज ने बताया कि यदि सरकार ने मांगे नहीं मानी तो वह अपने साथियों के साथ 28 फरवरी को हरिपदी गंगा पर आत्मदाह करेंगे।

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