निजीकरण के विरोध हड़ताल पर रहे बैंक कर्मचारी

बैंक की शाखाओं में कामकाज नहीं हुआ। खातेधारकों और व्यापारियों को परेशानी उठानी पड़ी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 05:11 AM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 05:11 AM (IST)
निजीकरण के विरोध हड़ताल पर रहे बैंक कर्मचारी
निजीकरण के विरोध हड़ताल पर रहे बैंक कर्मचारी

कासगंज, संवाद सहयोगी। निजीकरण एवं केंद्र सरकार की कर्मचारी विरोध नीतियों के विरोध में बैंककर्मी हड़ताल पर रहे। शाखाएं खुलीं, लेकिन कर्मचारियों ने कामकाज नहीं किया। बैंकों में काम कराने पहुंचे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, लेनदेन नहीं होने से व्यापारियों को भी दिक्कतें आईं।

आल ट्रेड यूनियंस के बैनर तले जिले भर में बैंक की शाखाओं में हड़ताल रही। इस हड़ताल में स्टेट बैंक के कर्मचारी शामिल नहीं हुए। केवल स्टेट बैंक की शाखा खुली, जिसमें कामकाज हुआ। केनरा बैंक, यूनियन बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सेंट्रल बैंक सहित अन्य सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों में हड़ताल से काम प्रभावित हुआ। बैंकों में काम के लिए पहुंचे लोग वापस लौटे। लीड बैंक मैनेजर ने कहा कि बैंक कर्मचारियों की हड़ताल निजीकरण के विरोध में है। कोरोना काल में श्रम कानूनों को परिवर्तित करने की जरूरत नहीं थी। तब देश में श्रमिक विरोधी कानून लाया गया। उन्होंने कहा कि आज की हड़ताल से कर्मचारी निजीकरण का विरोध कर रहे हैं।

एटीएम पर लगी भीड़

गुरुवार को बैंकों की हड़ताल थी। कामकाज न होने से नकदी के लिए लोग परेशान रहे। शहर में अधिकांश एटीएम खुले हुए थे, जिन पर नकदी लेने के लिए लोगों की लाइन लगी रही। देर शाम तक लोग एटीएम से कैश निकालते देखे गए। कई बैंकों के एटीएम खाली भी हो गए और लोग बिना कैश लिए वापस लौटे। बैंकों में हड़ताल रही। लेनदेन नहीं हुआ है। इससे व्यापार में दिक्कतें आई हैं। आनलाइन जो भी लेनदेन कर सकते थे किया। हड़ताल की पहले से जानकारी नहीं थी।

विनय राज माहेश्वरी, कारोबारी सुबह बैंक में कैश जमा करने पहुंचे, लेकिन बैंक की हड़ताल थी। कैश जमा नहीं हुआ। कैश बिना जमा कराए वापस लौट आए हैं। शुक्रवार को जमा करेंगे।

संदीप अग्रवाल, कारोबारी

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