चक्का जाम के बाद भी जिले में आज से दौड़ेंगी 11 एंबुलेंस

कासगंज संवाद सहयोगी हड़ताल कर चक्का जाम कर चुके एंबुलेंस संचालकों से मंगलवार की देर रात समझौता वार्ता की गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 05:32 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 05:32 AM (IST)
चक्का जाम के बाद भी जिले में आज से दौड़ेंगी 11 एंबुलेंस
चक्का जाम के बाद भी जिले में आज से दौड़ेंगी 11 एंबुलेंस

कासगंज, संवाद सहयोगी: हड़ताल कर चक्का जाम कर चुके एंबुलेंस संचालकों से मंगलवार की देर रात समझौता वार्ता की गई। डीएम के निर्देश पर तहसीलदार, सीएमओ जिला अस्पताल पहुंचे। बातचीत के बाद लोगों की समस्या को देखते हुए 11 एंबुलेंस चलाने पर सहमति दोनों पक्षों में बनी, लेकिन चालकों की हड़ताल जारी रहेगी।

प्रदेश सरकार ने एंबुलेंस संबंधी टेंडर कर दूसरी कंपनी को कार्य दे दिया है। ंइससे वर्तमान में एंबुलेंस चला रहे लोग बेरोजगार हो जाएंगे। इस प्रक्रिया के विरोध में एंबुलेंस चालकों ने कई दिन से हड़ताल कर, चक्का जाम कर दिया है। जिले मैं एक भी एंबुलेंस नहीं चल रही। लोगों को दिक्कत हो रही है। रोगी एवं प्रसव क्रिया के लिए जाने वाली महिलाएं एवं उनके स्वजन काफी परेशान हैं। लोगों की परेशानी को देखते हुए डीएम सीपी सिंह के निर्देश पर मंगलवार की शाम तहसीलदार अजय यादव, सीएमओ डा. अनिल कुमार, इंस्पेक्टर विनोद कुमार मिश्रा जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने हड़ताल कर रहे एंबुलेंस चालकों से वार्ता की। लोगों को हो रही परेशानी का वास्ता देकर एंबुलेंस चलाने की बात कही। संगठन के जिलाध्यक्ष अखिलेश अग्निहोत्री ने अधिकारियों के समझौते को सिरे से नकार दिया। बाद में दोनों पक्षों में तय हुआ कि 102 एवं 108 सेवाओं की 11 एंबुलेंस जिले में चलेंगी। इसके अलावा हड़ताल विधिवत रूप से जारी रहेगी। प्रोग्राम अधिकारी ने चाबी छीनने का क्रिया प्रयास

एंबुलेंस चालकों से समझौता वार्ता के लिए पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष जिला प्रोग्राम अधिकारी अभिषेक पांडे ने कुछ एंबुलेंस चालकों से जबरन एंबुलेंस की चाबी छीनने का प्रयास किया। इस बात को लेकर एंबुलेंस चालक आक्रोशित हो गए उन्होंने नारे नारेबाजी प्रारंभ कर दी। मामला बिगड़ता देख सीएमओ एवं तहसीलदार ने हस्तक्षेप किया लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया इसके बाद वार्ता शुरू हुई तब कहीं जाकर दोनों पक्षों में सहमति बन सकी। एंबुलेंस चालकों की समस्या शासन स्तर की है। स्थानीय स्तर से कोई लेना देना नहीं है, लेकिन इनकी मांग जायज है। स्वास्थ्य विभाग इनके साथ है। इनकी मांगों को शासन स्तर तक पहुंचा कर निस्तारण की पहल की जाएगी।

- डा. अनिल कुमार, सीएमओ

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