एंबुलेंस संचालकों की मनमानी पर नहीं लगा अंकुश

कासगंज संवाद सहयोगी जिला प्रशासन ने एंबुलेंस के किराए की दरें निर्धारित कर दी हैं लेकिन संचालक मनमाना किराया वसूल रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 05:54 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 05:54 AM (IST)
एंबुलेंस संचालकों की मनमानी पर नहीं लगा अंकुश
एंबुलेंस संचालकों की मनमानी पर नहीं लगा अंकुश

कासगंज, संवाद सहयोगी : जिला प्रशासन ने एंबुलेंस के किराए की दरें निर्धारित कर दी हैं, लेकिन संचालक मनमाना किराया वसूल रहे हैं। मजबूर तीमारदार इनकी शिकायत भी नहीं कर पा रहे। एंबुलेंस संचालक मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं। हालांकि जिला प्रशासन के अधिकारी एबुंलेंस संचालकों पर लगाम कसने का दावा कर रहे हैं।

एंबुलेंस संचालक रोगियों के तीमादारों से मनमानी वसूली कर रहे थे। शिकायत पर डीएम सीपी सिंह ने एंबुलेंस की दरें निर्धारित कर दीं। अधिक किराया लेने वालों पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी। इसके बाद भी एंबुलेंस संचालकों की मनमानी पर अंकुश नहीं लग रहा। शहर में मात्र एक दर्जन निजी एंबुलेंस हैं। इनमें से कई निजी अस्पतालों की हैं तो कुछ किराए पर चलती हैं। यह एंबुलेंस संचालक आपदा के समय में मनमानी कर रहे हैं। तीमारदारों से मनमाना किराया वसूल कर मरीज को एंबुलेंस में ले जा रहे हैं। रविवार को शहर के एक रोगी को उसके घर से अस्पताल ले जाने के लिए एक एंबुलेंस चालक ने 3500 रुपये वसूले। तीमारदार मोलभाव भी नहीं कर सका, क्योंकि उसे अपने मरीज को अस्पताल पहुंचाना था। जान जोखिम में डाल अस्पताल पहुंचा रहे

एंबुलेंस संचालकों के अनुसार वह पांच से छह हजार रुपये में आक्सीजन सिलेंडर ला रहे हैं। कोविड रोगियों के साथ एक पीपीई किट और गाड़ी को सैनिटाइज कराने का भी खर्चा रहता है। एक संचालक ने नाम न छापने के अनुरोध पर बताया कि सही है कि रोगियों से अधिक पैसा लिया जा रहा है। कारण, वह अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना रोगियों को अस्पताल तक पहुंचा रहे हैं।

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