ग्रामीण अंचल में चिन्हित हुए 13 हजार दिहाड़ी मजदूर
कोरोना काल में दिहाड़ी मजदूरों को जीवन यापन में समस्या पैदा हुई। इन्
संवाद सहयोगी, कासगंज : कोरोना काल में दिहाड़ी मजदूरों को जीवन यापन में समस्या पैदा हुई। इन्हें राहत पहुंचाने के लिए सरकार ने योजना लागू की है। इसके लिए ग्रामीण अंचल से 13 हजार दिहाड़ी श्रमिक चिन्हित किए गए हैं। डीएम ने ग्राम प्रधानों से इस कार्य में सहयोग करने की अपील की है। पंजीकृत के अलावा अन्य श्रमिकों को भी लाभान्वित किए जाने के निर्देश दिए।
डीएम सीपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में श्रम विभाग, नगर निकाय में जो श्रमिक पंजीकृत हैं, उनके अलावा अपंजीकृत रूप से श्रमिक अपना जीवन यापन कर रहे हैं। कोरोना काल के कर्फ्यू के दौरान ऐसे लोगों के समक्ष जीवन यापन को संकट पैदा हुआ है। सरकार ने राहत प्रदान करते हुए एक हजार रुपये प्रति श्रमिक तीन माह तक दिए जाने की योजना लागू की है। जिसमें ग्रामीण अंचल से अब तक 13 हजार पात्र मजदूर चिन्हित किए गए हैं। सीडीओ तेज प्रताप मिश्र ने बताया कि ब्लाक अमांपुर से 2014, गंजडुंडवारा से 1506, कासगंज से 1843, पटियाली से 1264, सहावर से 1784, सिढ़पुरा से 2812 तथा ब्लाक सोरों से 1777 पात्रों का चयन कराकर फीडिग करा दी गई है। जबकि अभी फीडिग कार्य जारी है।
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नगर पालिका में आए 4365 आवेदन
कासगंज नगर पालिका परिषद में अब तक 25 वार्डों से 4365 आवेदन दिहाड़ी मजदूरों द्वारा आफ लाइन दिए जा चुके हैं। जिनमें से पालिका कर्मियों द्वारा की गई जांच के बाद 2732 पात्र चिन्हित किए है। जबकि 1633 आवेदनों की जांच जारी है। राजस्व विभाग के कर्मचारी क्रास चेकिग कर रहे हैं। इसके अलावा छह सौ आनलाइन आवेदन किए जा चुके हैं। इनकी भी जांच जारी है। कर निर्धारण अधिकारी संगीता गुप्ता ने बताया कि जांच के बाद जल्द ही पात्रों के खाते में धनराशि निर्गत की जाएगी।