पिता ने फोन नहीं दिलाया तो किशोर ने दे दी जान

संवाद सहयोगी रसूलाबाद (कानपुर देहात) आजकल की चकाचौंध की जिदगी में एंड्राएड फोन रखने क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 May 2020 09:39 PM (IST) Updated:Thu, 28 May 2020 05:58 AM (IST)
पिता ने फोन नहीं दिलाया तो किशोर ने दे दी जान
पिता ने फोन नहीं दिलाया तो किशोर ने दे दी जान

संवाद सहयोगी, रसूलाबाद (कानपुर देहात): आजकल की चकाचौंध की जिदगी में एंड्राएड फोन रखने की चाहत किशोर वर्ग को बिगाड़ रही है और जानलेवा भी साबित हो रही है। पिता संग सब्जी बेचने का काम करने वाला किशोर सुमित ने पिता से एंड्राएड फोन दिलाने की जिद की, पिता ने आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए मना कर दिया। इससे आहत होकर सुमित ने गांव के बाहर फांसी लगाकर जान दे दी।

प्रसादपुरवा गांव निवासी किसान राजकुमार दिवाकर ने बताया कि उसके पास मात्र 2 बीघा कृषि भूमि है, जिस पर वह सब्जी बेचकर परिवार का भरण पोषण करता है। कक्षा चार तक की शिक्षा प्राप्त उनका बेटा 17 वर्षीय सुमित भी साथ में सब्जी बेचने का काम करता था। वह कई दिन से एंड्राएड फोन खरीदने की बात पिता से कह रहा था जिस पर वह पैसे न होने को कह कर उसकी मांग टाल दे रहे थे। मंगलवार शाम को बेटा सब्जी बेचकर घर लौटा तो उसने फिर पिता से कहा कि उसे एंड्राएड फोन दिला दें जिस पर राजकुमार ने गरीबी का हवाला देते हुए असमर्थता जताई। पिता की इस बात से दुखी होकर किशोर सोने चला गया। बुधवार सुबह उठा और बिना किसी से कुछ बात किए साइकिल से सब्जी बेचने घर से निकल गया। सुबह उसने कुछ खाना भी नहीं खाया था। दोपहर तक घर नहीं लौटा तो चिता हुई। स्वजन सुमित की खोजबीन करने लगे। गांव से ही करीब डेढ़ किलोमीटर दूर सियारी नाला के पास शीशम के पेड़ पर चादर के सहारे सुमित का फांसी पर लटका शव मिला। तभी गांव के एक व्यक्ति ने सूचना दी कि सियारी नाले के पास पेड़ पर शव लटक रहा है। शंका पर किशोर के स्वजन वहां पहुंच गए। बेटे का शव देख सुमित की मां रेखा देवी, बड़ा भाई 22 वर्षीय जीतू, दो विवाहित बहनें रिकी व पिकी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। प्रभारी निरीक्षक तुलसीराम पांडेय, उपनिरीक्षक पंकज कुमार आदि मौके पर पहुंचे तथा छानबीन शुरू कर दी है। थाना प्रभारी ने बताया कि मोबाइल न दिलाने पर जान देने की बात सामने आई है।

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