बुखार से युवक की मौत, डाक्टर हुए भर्ती

जागरण संवाददाता कानपुर देहात बुखार से अमरौधा क्षेत्र में एक युवक की मौत हो गई। वह कई

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 06:43 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 06:43 PM (IST)
बुखार से युवक की मौत, डाक्टर हुए भर्ती
बुखार से युवक की मौत, डाक्टर हुए भर्ती

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : बुखार से अमरौधा क्षेत्र में एक युवक की मौत हो गई। वह कई दिनों से बुखार से पीड़ित था। वहीं जिला अस्पताल के एक डाक्टर को बुखार व दस्त होने पर भर्ती किया गया है। बुखार के चलते अस्पतालों में अधिक भीड़ जुट रही है। मंगलवार को तो 725 लोग ओपीडी में पहुंचे, इनमें बुखार से पीड़ित लोग अधिक थे। सबसे अधिक भीड़ फिजीशियन और बाल रोग विशेषज्ञ कक्ष के बाहर रही।

अमरौधा के चांदापुर गांव में 37 वर्षीय कैलाश को छह दिन से बुखार था। हालत बिगड़ने पर सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर किया गया। यहां भी स्थिति सही न होने पर कानपुर के लिए रेफर किया गया जहां रास्ते में मौत हो गई। वहीं जिला अस्पताल के डाक्टर पवन पार्या को बुखार व दस्त के चलते भर्ती किया गया। मंगलवार जिला अस्पताल में उपचार कराने आई बुखार से पीड़ित सिहुंठा की शालिनी ने बताया कि वह करीब 10 दिन से बुखार और खांसी से जूझ रही हैं। पूनम, नीलम व आरती ने बताया कि वह करीब एक सप्ताह से बुखार और खांसी से पीड़ित हैं। तेज सर्दी लगने के साथ बुखार आने पर शरीर पूरी तरह कमजोर पड़ जाता, बराबर उपचार करा रही हैं, लेकिन बीमारी से राहत नहीं मिल रही है। वहीं जिला अस्पताल में बने डेंगू वार्ड में तीन मरीज भर्ती हैं, जिनमें अश्वनी सरगांव खुर्द को डेंगू है व दो बुखार पीड़ित हैं। बाल रोग कक्ष के बाहर भी बीमार बच्चों को गोद में लिए लोगों की भीड़ जुटी रही। बाल रोग विशेषज्ञ डाक्टर अमर चंद्रा ने बताया कि इस समय बचाव बेहद जरूरी है, वायरल फीवर ठीक होने में थोड़ा समय लेता है, लगातार उपचार किया जा रहा है। उधर, जिला अस्पताल में लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या के चलते मंगलवार को 725 पर्चे बनाए गए। दोपहर बाद तक लोग जमा रहे। सीएमएस राजीव गुप्ता ने बताया कि मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था है।

दोगुनी हो गई बच्चों की ओपीडी

बच्चों का उपचार सीएचसी, पीएचसी सहित जिला अस्पताल में जारी है, एक माह की बात की जाए तो जिला अस्पताल में जहां बच्चों की ओपीडी में मरीज देखने की संख्या 50 से 60 थी वह वर्तमान में बढ़ते-बढ़ते 80 से 110 तक पहुंच रही है। डाक्टरों का कहना है कि बीमार व्यक्ति के संपर्क में आने से बीमारी बढ़ती है। लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है।

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