पीपल की पूजा कर महिलाओं ने की पति के दीर्घायु होने की कामना
संवाद सहयोगी भोगनीपुर सोमवती अमावस्या पर सोमवार को महिलाओं ने पीपल की पूजा व परिक्रमा कर
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर : सोमवती अमावस्या पर सोमवार को महिलाओं ने पीपल की पूजा व परिक्रमा कर पति के दीर्घायु होने की कामना की।
सोमवती अमावस्या पर पीपल वृक्ष की पूजा करने के लिए महिलाओं ने भोर पहर ही उठकर स्नान करने के बाद अपने-अपने घरों में पकवान बनाए। पूजन सामग्री लेकर घरों के पास स्थित पीपल के वृक्षों पर गई और महिलाओं ने विधि विधान से पीपल के वृक्ष की पूजा कर परिक्रमा लगाते हुए पतियों के लंबी उम्र की कामना की। किवदंती है कि एक कन्या का विवाह नहीं हो रहा था, तब उसके अभिभावकों को बताया कि यदि अन्य महिला अपना सुहाग कन्या को दे तो उसका विवाह हो सकता है। अभिभावकों के अनुरोध व कन्या की सेवा पर जब सोना नाम की महिला ने कन्या को अपना सुहाग दिया तो महिला के पति की मौत हो गई। महिला जब कन्या के घर से वापस लौट रही थी, तब उसने पीपल के वृक्ष की पूजा कर परिक्रमा की तो उसका पति पुन: जीवित हो गया, तभी से सोमवती अमावस्या की कथा प्रचलित हो गई है। सोमवती अमावस्या पर व्रत रखकर पीपल वृक्ष की पूजा व परिक्रमा करने वाली महिलाओं ने पूरे दिन तेल का स्पर्श नहीं किया। पुखरायां के अलावा भोगनीपुर, बरौर, अमरौधा, मलासा, अकबरपुर, रूरा, शिवली, झींझक व रसूलाबाद आदि स्थानों में भी सोमवती अमावस्या के अवसर पर महिलाओं ने पीपल के वृक्ष की पूजा कर पतियों की लंबी उम्र होने की कामना की।