तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही हवा से बिगड़ रही फसलों की सेहत

जागरण संवाददाता कानपुर देहात पिछले चार दिनों से मौसम में लगातार परिवर्तन हो रहा है। त

By JagranEdited By: Publish:Thu, 01 Apr 2021 07:29 PM (IST) Updated:Thu, 01 Apr 2021 07:29 PM (IST)
तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही हवा से बिगड़ रही फसलों की सेहत
तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही हवा से बिगड़ रही फसलों की सेहत

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : पिछले चार दिनों से मौसम में लगातार परिवर्तन हो रहा है। तेज हवा के साथ ही तापमान में हुई बढ़ोतरी के कारण मई-जून का गर्मी का अहसास लोगों को हो रहा है। अचानक तापमान में हुई बढ़ोतरी का असर फसलों पर भी पड़ रहा है, जिससे गेहूं की फसल समय से पूर्व पक रही है। इससे उत्पादन प्रभावित होने की संभावना कृषि विज्ञानी ने जताई है।

12-14 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवा के साथ ही तापमान में भी बढ़ोतरी हो रही है। गुरुवार को तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया, जबकि इससे पूर्व तापमान 40 डिग्री को पार कर गया है। मौसम में यकायक हुए परिवर्तन का असर फसलों पर पड़ रहा है, जिससे अभी से गेहूं की फसल पकने लगी है। तेज गति से चल रही गर्म हवा के कारण ही 20 दिन बाद पकने वाली गेहूं की फसल अभी से पक गई है। इसके अलावा दाना भी खेत में गिर रहा है। समय से पूर्व फसल सूखने के साथ ही गेहूं के दाने का दूध भी सूख गया है, जिससे उत्पादन गिरने की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही टमाटर, प्याज, भिडी, लौकी, तरोई जैसी सब्जियों के उत्पादन पर भी मौसम का बुरा प्रभाव पड़ रहा है। कृषि विज्ञानी डॉ. अशोक कुमार बताते हैं कि तापमान बढ़ने व तेज गति से चल रही हवा का सभी फसलों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। किसान मूंग की पलेवा कर रहे है, जबकि कई किसानों ने मूंग की फसल की बुवाई भी कर दी है। तापमान बढ़ने से उन्हें पानी अधिक लगाना पड़ेगा। मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन पांडेय सुनील ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में हुए परिवर्तन से मौसम बिगड़ा है। आगामी एक दो दिन कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन इसके बाद फिर से तापमान बढ़ेगा और इसके 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है।

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