पानी खेतों से हुआ कम, नुकसान के लिए सर्वे शुरू
संवाद सहयोगी रसूलाबाद ककवन नहर का पानी रोकने के चलते पांडु नदी के उफनाने से रसूलाब
संवाद सहयोगी, रसूलाबाद : ककवन नहर का पानी रोकने के चलते पांडु नदी के उफनाने से रसूलाबाद के 15 से अधिक गांव के किसानों की फसल डूब गई थी। अब यहां पानी उतरा है तो किसानों को कुछ राहत मिली है। वहीं नवनियुक्त एसडीएम जीतेंद्र कटियार ने इस क्षेत्र के पीड़ित किसानों की फसलों की क्षति का आकलन कर रिपोर्ट देने का निर्देश क्षेत्रीय लेखपालों को दिया है। इसके लिए क्षेत्र में लगभग छह लेखपाल सर्वे कर रहे हैं। एसडीएम के इस निर्णय से क्षेत्रीय किसानों ने राहत की सांस ली है।
अवैध रूप से मछली मारने वालों के ककवन नहर का पानी रोक कर पांडु नदी में छोड़ दिए जाने से रसूलाबाद क्षेत्र के कुड़रा, औरंगपुर गहदेवा, दलिकपुर महाराजपुर, खड़कपुर, गंगादीन निवादा, खेड़ा, कुर्सी, लुदाखर, भीतरगांव, भीटी कुर्सी, खेम निवादा, सुक्खा निवादा, चमरहिया, तोरना, थान हमीरपुर आदि किसानों की धान की फसलें जलमग्न हो गई थीं साथ ही किनारे के मार्गों में पानी भर गया था। इसके लिए क्षेत्रीय किसानों व ग्राम प्रधानों ने पहले ककवन थाना प्रभारी को प्रार्थना पत्र देकर अवैध मछली मारने वालों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की मांग की। थी। ककवन थानाध्यक्ष ने जिम्मेदारी नहर विभाग की बताकर हाथ खड़े कर दिए जाने पर किसान रसूलाबाद के एसडीएम जीतेंद्र कटियार से मिले और अपना दुखड़ा रोया। उन्होंने किसानों की समस्या को सुना और उनके दुख को समझा। इस पर उन्होंने क्षेत्र के औरंगपुर गहदेवा लेखपाल शिव सिंह, खेड़ा कुर्सी के रामबाबू कमल, मैजू के अनिल यादव, जगम्मनपुर धीर के राजू यादव, कठारा के विमल शुक्ला को मौके पर किसानों की क्षतिग्रस्त हुई फसलों का सत्यापन करने एवं क्षति का आकलन रिपोर्ट बनाने के लिए भेजा है। क्षेत्रीय किसानों ने बताया कि अब इससे राहत मिलेगी क्योंकि फसल का काफी नुकसान हो चुका है।