रूरा सबस्टेशन में पहुंचा पानी, बिजली व्यवस्था चरमराई
संवाद सहयोगी झींझक बारिश से जिले में बिजली व्यवस्था चरमरा गई। झींझक गजनेर रूरा व अक
संवाद सहयोगी, झींझक : बारिश से जिले में बिजली व्यवस्था चरमरा गई। झींझक, गजनेर, रूरा व अकबरपुर में फाल्ट से घंटों बिजली गुल रही और पेयजल व मोबाइल चार्जिंग की समस्या रही।
झींझक कस्बा के लगरथा रोड सबस्टेशन से जुड़े अकारु, फीडर में बद्दापुरवा के पास मंगलपुर फीडर में सुरासी के पास, औरंगाबाद फीडर में धीरपुर के पाश बारिश के कारण गुरुवार की रात 10 बजे 11 हजार लाइन का तार टूट गया। इस फीडर से जुड़े औरंगाबाद, धीरपुर, सुरासी, नसीरपुर, मुंडेरा, गौरी, उइछा, गढि़या, गंज, ठेनामऊ, गौरी, लालजी पुरवा नधौवा, मंगलपुर, परजनी सहित 100 गांव की बिजली सप्लाई ठप हो गई। कर्मियों ने टूटे तार को जोड़ने के बाद शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे सप्लाई बहाल हो सकी। इससे लोग परेशान रहे। लोगों का कहना है कि अक्सर तारों में फाल्ट के कारण सप्लाई ठप रहती है। एसडीओ मनीष वर्मा ने बताया कि हाईटेंशन लाइन के तार टूटने से सप्लाई बाधित हो गई थी तार जुड़वाकर सप्लाई चालू करा दी गई। उधर गजनेर रायपुर मार्ग पर पेड़ तार पर गिर पड़ा। इससे गुरुवार देररात करीब डेढ़ बजे बिजली गुल हो गई। इससे पांच गांव जसवापुर, डूडादेव, टुर्रा, असवावपुर व महमदपुर की बिजली चली गई। पूरी रात बिजली नहीं आई और सुबह पेयजल के लिए लोगों को परेशान होकर जलभराव के बीच हैंडपंप तक जाना पड़ा। घरों में इन्वर्टर से लेकर मोबाइल तक डिस्चार्ज हो गए। शुक्रवार दोपहर बाद बिजली आई तो लोगों को सुकून मिल सका। रूरा सब स्टेशन में भीषण जलभराव से ट्रांसफार्मर व मशीनों तक पानी पहुंचने से भोर पहर से पूरे दिन से सभी फीडरों के सैकड़ों गांव की बिजली आपूर्ति ठप रही। वहीं सब स्टेशन से पानी निकासी के लिए लगाया गया डीजल पंपसेट पानी निकालने में बेकार साबित हुआ। यहां चार बजे बिजली गुल हो गई। जलभराव से ट्रांसफार्मर व परिसर में लगी मशीन पानी डूब गई। जेई इंद्रजीत पंडित ने बताया कि आसपास जलभराव होने से परिसर का पानी जितना निकाला जाता है उतना भर जाता है जिससे दिक्कत खड़ी हो रही है। उन्होंने बताया कि देर रात तक केवल कस्बा की सप्लाई चालू हो सकेगी। मौसम ठीक रहा तो शनिवार को आपूर्ति सुचारू हो जाएगी। उधर रात से लेकर दिनभर आपूर्ति बाधित रहने से सब स्टेशन से जुड़े गांव के लोग बिन बिजली के परेशान रहे।