एंबुलेंस चालक की मौसा व साथी ने की हत्या

जागरण संवाददाता कानपुर देहात अकबरपुर क्षेत्र में बरात गए एंबुलेंस चालक सतीश यादव की उस

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Feb 2020 12:14 AM (IST) Updated:Thu, 27 Feb 2020 06:03 AM (IST)
एंबुलेंस चालक की मौसा व साथी ने की हत्या
एंबुलेंस चालक की मौसा व साथी ने की हत्या

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : अकबरपुर क्षेत्र में बरात गए एंबुलेंस चालक सतीश यादव की उसके मौसा ने साथी संग मिलकर पीट पीटकर हत्या कर दी। उसका शव नबीपुर पेट्रोल पंप के पास लहूलुहान हालत में मिला। स्वजनों ने मारपीट के पुराने विवाद में हत्या करने का आरोप लगाया है। मौसा व उसके साथी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।

कुईतखेड़ा निवासी एंबुलेंस चालक 24 वर्षीय सतीश यादव बुधवार सुबह सात बजे लहूलुहान हालत में नबीपुर पंप के पास सड़क किनारे पड़ा था। राहगीरों की जानकारी पर एंबुलेंस ने उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस पहुंची और स्वजनों को जानकारी दी। सतीश के बड़े भाई छोटू ने बताया कि सतीश मंगलवार रात गांव के ही विनोद की बरात में शामिल होने भदरस गया था। गांव में ही रहने वाले मौसा रामकिशोर के भाई डब्बू उसे अपने साथ वैन में लेकर गया था। आरोप है कि डब्बू ने उसे फोन कर कहा कि अब तुम्हारा भाई नहीं लौटेगा, इस पर उन्हें अनहोनी की आशंका हुई। सतीश के नंबर पर फोन किया तो पता चला कि मोबाइल घर में ही है। डब्बू ने साथी जितेंद्र के साथ मिलकर भाई को जमकर पीटा और हत्या कर उसे वैन से टक्कर मार दी, जिससे लोग समझें कि यह दुर्घटना है। करीब छह माह पूर्व डब्बू की सतीश से किसी बात को लेकर मारपीट हो गई थी जिसके बाद दोनों में बोलचाल बंद थी, लेकिन इधर कुछ दिनों से फिर से बातचीत शुरू हो गई थी। पोस्टमार्टम में बायां कान क्षतिग्रस्त मिला साथ ही सिर की हड्डी में चोट होने के साथ पैर फ्रैक्चर समेत कुल 12 चोटें मिली हैं। थाना प्रभारी अकबरपुर आमोद कुमार सिंह ने बताया कि डब्बू व जितेंद्र के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। उनकी तलाश की जा रही है। आज है चचेरी बहन की शादी

जिस घर में खुशी का माहौल था और बेटी की शादी होनी थी वहां पर काल रूपी पंजे ने ऐसा वार किया कि मातम छा गया। आज सतीश की चचेरी बहन सपना की बरात आनी है, लेकिन एक दिन पहले ही मनहूस घड़ी आ गई। चचेरी बहन को जैसे ही पता चला बदहवाश हो गई। पूरे परिवार में रोना पीटना मच गया। बहन बार-बार रोते हुए अपने भाई को याद करती रही कि जब उसकी जिदगी का सबसे सुखद लम्हा आने वाला था तो वह दुनिया से चला गया। घर में मंगल गीत व अन्य कार्यक्रम बंद कर दिए गए। स्वजनों ने फैसला लिया कि शादी की जाएगी, लेकिन बिल्कुल सादे समारोह में। परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

मौत की खबर लगते ही पिता सुभाष व मां माधवी का रोकर बुरा हाल हो गया। भाई मोहित, छोटू व मुकेश को विश्वास नहीं हो रहा था कि एक दिन पहले सही सलामत गया उनका भाई अब दुनिया से चला गया है। भाई छोटू बोला कि काश अपने भाई को जाने से रोक पाता। ऐसे भाई मोबाइल लेकर जाता था, लेकिन आज मोबाइल घर छोड़ गया। मोबाइल होता तो शायद वह मदद के लिए बुला पाता।

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