कोरोना काल में आमजन की सेवा में जुटे रहे तुलसीराम
जागरण संवाददाता कानपुर देहात कोरोना काल के दौरान जीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया था। र
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : कोरोना काल के दौरान जीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया था। रोजी रोजगार जाने के बाद लोगों को विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। ऐसी संघर्ष की घड़ी में इंस्पेक्टर तुलसीराम पांडेय स्वयं की चिता किए बगैर लोगों की सेवा में जीजान से जुटे रहे है। लोगों को राशन वितरण के साथ ही पैदल सफर करने वालों को गंतव्य तक भी पहुंचाया। अपनी जेब से खर्च कर लोगों को कई दिनों तक भोजन कराया।
कोतवाल अकबरपुर तुलसीराम पांडेय लॉकडाउन लगने के समय रसूलाबाद थाने के प्रभारी थे। लॉकडाउन लगा तो लोगों ने पलायन शुरू किया साथ ही दिहाड़ी कमाने वाले दो जून की रोटी के लिए जूझने लगे। तुलसीराम पांडेय उसी समय एक दिन रसूलाबाद रोड पर जा रहे थे तो लोहा पीटने का काम करने वाली एक महिला अपनी बच्ची को पीट रही थी। उन्होंने जीप रोककर इसका कारण पूछा तो उसने कहा कि साहब यह खाना खाने की जिद कर रही। इस समय काम बंद है और रुपये भी नहीं कि इसे खिला सके। यह बात उनको अंदर तक चोट कर गई। तुरंत पास की परचून की दुकान से सामान लाकर उन्होंने उस परिवार को दिया। इसके बाद अपने वेतन से भी कई लोगों की मदद की। उन्होंने थाने के पुलिसकर्मियों से ऐसे कठिन समय में आगे आने का आह्वान किया और सभी ने धनराशि जुटाई इसके बाद रोजाना तहरी व पूड़ी सब्जी उन्होंने गांव गांव व मोहल्ले में बांटा। प्रवासियों को भी भरपेट भोजन कराया। गरीब परिवारों को राशन के पैकेट पहुंचाए। इस दौरान करीब कई दिनों तक यह सिलसिला चला लेकिन नगर पंचायत का कम्यूनिटि किचन शुरू हुआ तो वहां से लंच पैकेट लेकर लोगों को बांटना शुरू कर दिया। तुलसीराम पांडेय कहते हैं कि पुलिस विभाग में रहकर जनता की सेवा करना ही पहला कर्तव्य है। नेक प्रयास से किसी के चेहरे पर हंसी आ जाए यही हमारे लिए सबकुछ है।
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पुलिस व निजी वाहन से कईयों को घर तक भेजा
कोरोना काल में साधन न मिलने की भी समस्या रही। उन्होंने पुलिस जीप व अपने निजी वाहन से कई प्रवासियों व जरूरतमंद लोगों को उनके घर तक पहुंचाया।