काल के पंजे में छटपटाती रहीं जिदगियां
जागरण संवाददाता कानपुर देहात झींझक से हंसी खुशी सवार होकर लोग अपने अपने गंतव्य स्थल क
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : झींझक से हंसी खुशी सवार होकर लोग अपने अपने गंतव्य स्थल के लिए चले थे, लेकिन उन्हें पता नहीं था कि आगे क्या होने वाला है। बस गिरी तो सभी को लगा कि शायद ही अब बच पाएं, करीब एक घंटे तक काल के पंजे में फंसकर जिदगियां छटपटाती रहीं। हादसे में एक महिला की जान गई। दहशत का हाल यह था कि सुरक्षित निकाल लेने के बाद भी काफी देर तक सभी बदहवास रहे और कुछ बोल तक न सके। वहीं नहर में पानी कम होने से भी लोग कम हताहत हुए वरना नजारा कुछ और ही होता।
दोपहर करीब 2:15 बजे से एक घंटे तक बचाव कार्य चला। हर तरफ शोर और बचाने को प्रयास करते ग्रामीण। भले नहर में पानी कम था, लेकिन अंदर बस में फंसकर लोगों को आंखों के सामने काल ही दिख रहा था। लोग एक दूसरे के ऊपर गिरकर लदे हुए थे। बाहर जल्द निकलने को सभी छटपटाते रहे। बुजुर्ग महिला मलकिन को बाहर निकाला गया तो वह कांपती रहीं। लोग उन्हें समझाते रहे कि वह सकुशल हैं, लेकिन दहशत इतनी कि किसी की बात उनके कानों तक नहीं पहुंच रही थी। बस से पुत्र आरव व बेटी परी संग सकुशल निकाली गईं सोनी बाहर अपनी बेटी को सीने से चिपकाए रहीं। लोगों के साथ ही उन्होंने ईश्वर का शुक्रिया अदा किया।
कीचड़ व पानी से भीगे
कई यात्री कीचड़ व पानी से भीग गए। बस के अंदर घुटनों तक पानी भर गया था और लोग इधर उधर गिरे पड़े रहे। कई लोग बाहर निकले तो पूरा भीगे थे और शरीर में कीचड़ लगा था।