वैक्सीनेशन में उदासी कहीं पड़ न जाए आपको भारी
जागरण संवाददाता कानपुर देहात कोरोना के खिलाफ वैक्सीन सबसे असरदार हथियार है और यह
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : कोरोना के खिलाफ वैक्सीन सबसे असरदार हथियार है और यह प्रमाणित भी हो चुका है। वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने वाले पर कोरोना जानलेवा नहीं हो सकता है, इसलिए सभी को वैक्सीनेशन जरूर कराना चाहिए। जिले के लोग लेकिन कुछ समय से वैक्सीनेशन को लेकर उदासीन हो गए हैं खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में। उनकी यह उदासीनता भारी पड़ सकती है। वैक्सीनेशन कराना ही कोरोना के खिलाफ सबसे कारगर है।
जिले में कोवैक्सीन व कोविशील्ड की वैक्सीन लग रही हैं और मौजूदा समय पर इसकी डोज भी भरपूर हैं। अभी 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। वैक्सीन लगवाने वाला जल्दी संक्रमित नहीं होता और अगर हो भी जाए तो संक्रमण बहुत कम होता है। इसके साथ ही सबसे बड़ी चीज कि वैक्सीन शरीर में एंटीबॉडी बना देती है और जान नहीं जाती है। जिले में कुछ लोग दोनों डोज लगवाने के बाद संक्रमित हुए, लेकिन दो से तीन दिनों में स्वस्थ्य हो गए। वहीं संक्रमण में कोई समस्या भी नहीं हुई। ऐसे में सभी को समझना चाहिए कि वैक्सीनेशन कितना अहम है और इसे न लगवाना शायद आपके लिए घातक हो सकता है। सुरक्षा सभी लोग अपना रहे हैं, लेकिन अनजाने में अगर आप संक्रमित हुए तो इलाज ही रास्ता होगा और वैक्सीन की दोनों डोज आपको लग चुकी होगी तो कहीं कोई समस्या नहीं होगी। सीएमओ डॉ. राजेश कटियार ने बताया कि विदेशों में वैक्सीनेशन काफी सफल रहा और देश में भी काफी कारगर है। वैक्सीनेशन कराने से कोरोना गंभीर आप पर नहीं होगा।
एक्सरे में भी रहा सब सही
वैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों के फेफड़े पर भी कोरोना असर नहीं डाल पाता। अगर आपने वैक्सीनेशन नहीं कराया है और आप संक्रमित हुए और स्वस्थ भी हो गए तो फेफड़े को कुछ हद तक यह वायरस कम जोर कर देता है, लेकिन दोनों डोज के बाद संक्रमित हुए लोगों के एक्सरे में यह सामने आया कि उनके फेफड़े पहले की तरह सही थे।