संक्रमण में एंबुलेंस की कमी से जूझे थे जनपदवासी
जागरण संवाददाता कानपुर देहात कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने जिले में कहर बरपाया थ
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने जिले में कहर बरपाया था। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में 70 से अधिक लोगों की मौत हुई थी, लेकिन सरकारी आंकड़ों में चुनिदा मामले ही दर्ज हो सके थे। परिस्थितियां ऐसी बनी थीं कि दूसरी लहर में जनपदवासियों को एंबुलेंस तक नसीब नहीं हो सकी थी और उन्हें निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ा था व जमकर उन लोगों ने रुपये वसूले। आपातकालीन स्थिति में लोगों को स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने के लिए जिले में 108 एंबुलेंस की 28 गाड़ियां मौजूद है जबकि 102 एंबुलेंस की 26 गाड़ियां हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी गाड़ियों के चालू स्थिति में होने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान स्थितियां भयावह हो गई थी। मरीजों को अस्पताल पहुंचने के लिए एंबुलेंस व रेफर कर ले जाने में समस्या हो रही थी। वहीं निजी एंबुलेंस पांच किलोमीटर दूरी के पांच से सात हजार रुपये तक वसूल रहे थे। पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण शिकायत के बाद भी उनकी ओर से उदासीन रवैया बरता जा रहा था। एंबुलेंस कर्मियों के पास पर्याप्त संसाधन नहीं थे। जिला अस्पताल में ही संसाधन न होने का हवाला देकर संक्रमितों के शव को लापरवाहीपूर्वक स्वजन से उठवाया गया था। एंबुलेंस न मिलने पर लोग निजी वाहनों से स्वजन को अस्पताल लाने पर मजबूर थे। लोग गाड़ियों में आक्सीजन सिलिडर लेकर अस्पतालों के चक्कर काट रहे थे, लेकिन उन्हें बेड नसीब नहीं हो रहे थे। संभावित तीसरी लहर में ऐसी स्थितियां न बनें इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयारियां की जा रही हैं। आक्सीजन प्लांट बढ़ाने के साथ ही सीएचसी को भी अपग्रेड किया जा रहा है। सीएमओ एके सिंह ने बताया कि एंबुलेंस जो खराब थी उनकी जगह नई चल रही, आक्सीजन प्लांट समेत अन्य सुविधा हो चुकी है।