पहचान मिटाने को हत्यारों ने चेहरे पर किए थे कई वार

जागरण संवाददाता कानपुर देहात बलिहारा गांव में फैक्ट्री कर्मी की हत्या में हत्यारों ने पू

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 10:33 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 10:33 PM (IST)
पहचान मिटाने को हत्यारों ने चेहरे पर किए थे कई वार
पहचान मिटाने को हत्यारों ने चेहरे पर किए थे कई वार

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : बलिहारा गांव में फैक्ट्री कर्मी की हत्या में हत्यारों ने पूरी कोशिश की मृतक की शिनाख्त न हो सके। उन्होंने चेहरे व सिर पर ताबड़तोड़ वार किए थे, जिससे सिर व नाक की हड्डी भी टूट गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आए है। घटना में मृतक की पत्नी सहित तीन आरोपितों को जेल भेजा गया है।

एक सप्ताह पूर्व बलिहारा गांव से फैक्ट्री कर्मी शिवगोविद लापता हो गया था। बड़े भाई हरगोविद की तहरीर पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर उसकी तलाश कर रही थी। ग्रामीणों की सूचना पर शनिवार को पुलिस ने लापता फैक्ट्री कर्मी की पत्नी को शक के आधार पर हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की थी। शुरुआत में उसने गुमराह करने का प्रयास किया था, लेकिन पुलिस की सख्ती देख वह टूट गई थी। उसने पति की हत्या की बात स्वीकारते हुए गांव के ही दीपक उर्फ लल्ला का नाम बताया था, जिसकी निशानदेही पर पुलिस ने मृतक शिवगोविद का शव नोन नदी से बरामद किया था। रविवार को हुए पोस्टमार्टम में पता चला कि चेहरे पर कई वार कर पूरी तरह से कुचल दिया गया है और पहचान में नहीं आ रहा। इसके अलावा नाक व सिर पर की हड्डी जोरदार वार से टूट गई थी। इसके अलावा शरीर में भी कई चोट मिली थी। हत्यारों ने पूरी कोशिश किया कि पहचान न हो और उन तक पुलिस न पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों की दी सूचना से पुलिस उन तक पहुंच सकी। उधर रविवार को हत्यारोपित पत्नी रीता, दीपक व अमन को पुलिस ने जेल भेज दिया। वहीं निखिल अभी तक फरार चल रहा है। कोतवाल अकबरपुर तुलसीराम पांडेय ने बताया कि हत्यारोपितों को जेल भेज दिया गया है। बाकी लोग की तलाश हो रही है।

चुनावी रंजिश भी आ रही सामने

मामले में प्रधानपति रामजीवन को भी आरोपित बनाया गया था। अभी तक की जांच में सामने आया है कि एक सपा नेता के रिश्तेदार उस प्रधान के पत्नी के खिलाफ चुनाव लड़े थे और उनको हरा दिया था। इस रंजिश में ही उसे नामजद किया गया। लेकिन पुलिस पूरी तरीके से जांच करने के बाद ही उसे क्लीनचिट देगी। उसकी जांच की जा रही है। नहीं है हत्या का अफसोस

रीता के प्रेम संबंध गांव के दीपक से करीब तीन वर्ष पहले हुए थे। इस दौरान ही दोनों ने शिवगोविद को रास्ते से हटाने की सोची। पुलिस जिस समय हत्यारोपित पत्नी को जेल भेज रही थी उसे पति की हत्या किये जाने का कोई अफसोस नहीं था। महिला सिपाहियों ने पूछा भी कि तुमने पति की हत्या की पर वह बोली जो सही लगा किया।

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