राष्ट्रपति के पैतृक गांव के कॉलेज में निर्माण धीमा
जागरण संवाददाता कानपुर देहात लोक निर्माण विभाग की सुस्ती के चलते राष्ट्रपति के पैतृक गांव
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : लोक निर्माण विभाग की सुस्ती के चलते राष्ट्रपति के पैतृक गांव स्थित वीरांगना झलकारी बाई इंटर कॉलेज में कक्षाएं, प्रशासनिक भवन, सीढ़ी आदि निर्माण कार्य रफ्तार नहीं पकड़ पा रहे हैं। जबकि हडको द्वारा 18.75 लाख रुपये अनुदान की पहली किस्त करीब चार महीने पहले ही जारी कर दी, लेकिन अभी तक सिर्फ नींव खोदाई हो पाई है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविद के पैतृक गांव परौंख को मॉडल बस्ती के रूप में विकसित किया जाना है। हाउसिग एंड अर्बन डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (हडको) ने परौंख को मॉडल बस्ती के रूप में विकसित करने सहित वीरांगना झलकारी बाई इंटर कॉलेज में नई कक्षाओं का निर्माण कराकर स्मार्ट क्लासेज चलाने की योजना तैयार की है। हडको ने सीएसआर अनुदान अंतर्गत कॉलेज में भूतल पर तीन कक्षाएं, प्रशासनिक कार्यालय शौचालय समेत, सीढ़ी व तीन मीटर चौड़ा गलियारा, प्रथम तल पर लैब, सीढ़ी व तीन मीटर चौड़ा गलियारे का निर्माण के लिए 75 लाख रुपये स्वीकृत देते हुए 18 दिसंबर 2018 को 18.75 लाख रुपये की पहली किस्त जारी कर दी। इसके बावजूद कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड-एक के अधिकारी समय पर कार्य कराने को लेकर संजीदा नहीं हुए। हडको टीम ने जब बीती 27 मार्च को परौंख का निरीक्षण किया तो सिर्फ नींव खुदाई मिली। इसपर हडको के महाप्रबंधक राहुल जी श्रीवास्तव ने डीएम को जानकारी देकर अनुबंध के आधार पर कार्यों को निर्धारित समय सीमा के अंदर कराने की मांग की है। केएफडब्ल्यू अनुदान के कार्यो में भी सुस्ती
परौंख में कार्यो की सुस्ती पर हडको के महाप्रबंधक पूर्व में भी डीएम को अवगत करा चुके हैं। हडको द्वारा केएफडब्ल्यू अनुदान के अंतर्गत बहुउद्देश्यीय हॉल, मिलन घर, 36 नये हैंडपंपों का अधिष्ठापन, सोलर स्ट्रीट लाइट आदि के लिए 70 लाख रुपये स्वीकृत करते हुए 17.50 लाख रुपये की पहली किस्त जनवरी में जारी की गई, लेकिन अभी तक सिर्फ मिलन घर पर ही कार्य प्रगति पर है। इसपर भी आपत्ति जताई जा चुकी है। लोकसभा चुनाव के लिए जेई सहित अन्य अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। कार्य समय पर पूरा कराने का प्रयास किया जा रहा है।
- आरके यादव,एक्सईएन पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड