तापमान गिरा, 9.5 किमी रफ्तार से चली शीतलहरी
जागरण संवाददाता कानपुर देहात पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी का असर मैदानी भागों में
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी का असर मैदानी भागों में भी दिखने लगा है। सोमवार को न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं 9.5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली शीतलहरी ने लोगों को घर से नहीं निकलने दिया और जो निकले भी वह कंपकंपाते रहे।
अरब सागर व पश्चिम बंगाल की खाड़ी में हुए चक्रवाती बदलाव के बाद जम्मू कश्मीर सहित अन्य पहाड़ी क्षेत्र में बर्फबारी होने लगी है। इससे मैदानी भाग का मौसम भी बदलने लगा है। अब तक जहां तापमान में बढ़ोत्तरी के कारण लोगों को सर्दी से राहत थी। रविवार को अधिकतम तापमान अधिकतम 24 व न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस से था। वहीं सोमवार को न्यूनतम तापमान में करीब छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई। इससे न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया, जबकि अधिकतम तापमान में भी करीब पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई और यह 19.3 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। इससे लोगों को सर्दी का सामना करना पड़ा। वहीं शीतलहरी के कारण भी लोग घरों में दुबके रहे। 9.5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली शीतलहरी के कारण लोगों को आवागमन में भी असुविधा का सामना करना पड़ा। चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन पांडेय सुनील ने बताया कि अब तक पहाड़ी क्षेत्र में हुई बर्फबारी के कारण मौसम में परिवर्तन हुआ है। शीतलहरी का असर आगे भी जारी रहेगा, जबकि न्यूनतम व अधिकतम तापमान में गिरावट की संभावना बनी हुई है। न्यूनतम तापमान में एक दिन में ही छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो गई।