मानक पूरे नहीं और ट्रामा सेंटर का हो रहा संचालन

जागरण संवाददाता कानपुर देहात सुपरस्पेशलिटी अस्पताल होने के बाद नबीपुर स्थित गौरी हास्पि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 12:12 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 12:12 AM (IST)
मानक पूरे नहीं और ट्रामा 
सेंटर का हो रहा संचालन
मानक पूरे नहीं और ट्रामा सेंटर का हो रहा संचालन

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात :

सुपरस्पेशलिटी अस्पताल होने के बाद नबीपुर स्थित गौरी हास्पिटल एंड ट्रामा सेंटर का बोर्ड लगाकर लोगों को लुभाया जा रहा है। सुविधाएं तो यहां पर पर्याप्त हैं लेकिन ट्रामा सेंटर के मानक पूरे नहीं हैं। एक एंबुलेंस है जिसमें आक्सीजन सपोर्ट है जबकि उच्च सुविधाओं वाली एंबुलेंस होनी चाहिए।

जिला मुख्यालय से सटे हुए नबीपुर में गौरी हास्पिटल एंड ट्रामा सेंटर है। ट्रामा मरीज को रखने की यहां पर अलग से सुविधा नहीं है और अपना ब्लड बैंक भी नहीं है। न्यूरोसर्जन नहीं है या तो मरीज रेफर होते हैं या फिर आनकाल उनको बुलाया जाता है। सिटी स्कैन, आइसीयू, वेंटीलेटर, आक्सीजन पाइप लाइन, दो ओटी है। इसके अलावा आर्थोसर्जन, पेट व जनरल सर्जन डाक्टरों के अलावा बाकी स्टाफ है। लेकिन ट्रामा सेंटर के नाम पर केवल दिखावा है। यहां के डाक्टर संजय त्रिपाठी कहते हैं कि अस्पताल में पुराने समय का बोर्ड ट्रामा सेंटर का लगा है लेकिन हमारे सुपरस्पेशलिटी सुविधा है। ट्रामा सेंटर के बोर्ड को हटाया जाएगा।

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चार किलोमीटर में दो ट्रामा सेंटर

नबीपुर व अकबरपुर हाईवे किनारे दो ट्रामा सेंटर अस्पताल चल रहे और इनमें करीब चार किलोमीटर की दूरी है। हालांकि यह दोनों ही ट्रामा सेंटर नहीं हैं। चिकित्सा विभाग के जिम्मेदार भी इसे कभी देखते नहीं और देखते भी हैं तो नजरअंदाज करके चले जाते हैं। इसके अलावा कई अस्पताल हैं जो गली कूचे में एक दो कमरों में खुले हैं लेकिन ट्रामा सेंटर लिखकर अपनी दुकान चला रहे हैं। ऐसे में यह जनता की गाढ़ी कमाई ही लूटते हैं। ------------------------

क्या हैं मानक

-चार आपरेशन थियेटर होने चाहिए जिसमें न्यूरो हड्डी व पेट के लिए अलग-अलग आपरेशन थियेटर हों।

-आइसीयू की सुविधा होनी चाहिए।

-ब्लड बैंक, एमआरआइ व सीटी स्कैन की सुविधा हो।

-न्यूरो सर्जन व आर्थाेपेडिक सर्जन सहित दूसरे सभी सर्जन 24 घंटे ट्रामा सेंटर में ही मौजूद रहें।

-आठ-आठ घंटे की ड्यूटी पर प्रत्येक विधा के तीन विशेषज्ञ होने चाहिए।

-ट्रामा मरीजों के लिए अलग व्यवस्था हो, यहां पर सामान्य मरीज न रखे जाएं।

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सीएमओ एके सिंह ने बताया कि जो अस्पताल ट्रामा सेटर का बोर्ड लगाएं है उनके खिलाफ जांच करके कार्रवाई की जाएगी।

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