अकबरपुर मंडी में शेड फुल होने से रफ्तार सुस्त
जागरण संवाददाता कानपुर देहात धान बिक्री के दौरान किसानों को समस्या न हो इसके निर्देश श
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : धान बिक्री के दौरान किसानों को समस्या न हो इसके निर्देश शासन-प्रशासन की ओर से दिए गए हैं, लेकिन इसके बाद भी केंद्रों पर अव्यवस्था कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इससे केंद्र पहुंचने वाले किसानों को धान बिक्री के लिए चक्कर काटने को मजबूर होना पड़ रहा है।
कोरोना महामारी को देखते हुए शासन के निर्देश पर खरीफ वर्ष 2020-21 में 15 अक्टूबर से धान की खरीद शुरू की गई थी। उद्देश्य यह था कि केंद्र पहुंचने पर किसानों को समस्याएं नहीं होंगी और उनका धान समय से खरीदा जा सकेगा, लेकिन डेढ़ माह का समय होने को है इसके बाद भी केंद्रों पर व्याप्त अव्यवस्थाएं कम नहीं हो रही हैं। अकबरपुर मंडी में शेड फुल होने से खरीद की रफ्तार मंद हो गई है, जबकि खुले में कई किसानों का धान जमा है। वहीं सरवनखेड़ा में खुले पीसीएफ के क्रय केंद्र में किसानों को अव्यवस्थाओं से जूझना पड़ रहा है। अब तक जहां बारदाने की समस्या थी वहीं अब स्थानाभाव की समस्या का किसानों को सामना करना पड़ रहा है। केंद्र में 7000 क्विटल का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन अब तक 400 क्विटल ही धान की खरीद हो सकी है। उठान न होने के कारण केंद्र पर भंडारण की समस्या तैयार हो गई है, जिससे किसानों को बैरंग लौटना पड़ रहा है। किसानों ने स्थानीय अधिकारियों को समस्या से अवगत भी कराया है, लेकिन इसके बाद भी समस्या बरकरार है। जिला खाद्य विपणन अधिकारी शिशिर कुमार ने बताया कि सरवन खेड़ा केंद्र में भंडारण की जगह कम होने के कारण नई जगह का प्रस्ताव मांगा गया है। प्रस्ताव आते ही स्थान का चयन किया जाएगा।