जान जोखिम में डाल रेल पटरी पार कर स्टेशन पहुंचते लोग
संवाद सहयोगी झींझक खानपुर रोड से झींझक स्टेशन जान जोखिम में डालकर लोग रेल लाइन को
संवाद सहयोगी, झींझक : खानपुर रोड से झींझक स्टेशन जान जोखिम में डालकर लोग रेल लाइन को पार कर पहुंचते हैं। ट्रेन आती न देख पाने के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है, फिर भी किसी अधिकारी का ध्यान इस ओर नहीं है। समस्या को दूर करने के लिए ग्रामीणों ने पैदल पुल बनवाए जाने की मांग की है।
खानपुर रोड पर पड़ने वाले डिलवल, सतौरा, जगदीशपुर, लालजीपुरवा, बद्दापुरवा समेत कई गांवों के लोग रेलवे फाटक पार कर स्टेशन पहुंचते थे, लेकिन आरओबी निर्माण कार्य के कारण फाटक बंद है जबकि नासरसेड़ा अंडरपास की दूरी करीब एक किमी है। इसके कारण खानपुर रोड से स्टेशन पहुंचने के लिए रोजाना लोगों को जान जोखिम में डाल रेल पटरी को पार कर स्टेशन पहुंचना पड़ता है। पटरी पर आ रही ट्रेन न देख पाने के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है। सबसे अधिक समस्या महिलाओं व दिव्यांगों को होती है। खानपुर रोड निवासी राकेश बाथम, मिटू, खानपुर गांव के पवन पांडेय व झींझक के रविद्र पालीवाल ने बताया कि खानपुर रोड से स्टेशन आने के लिए रास्ता न होने के कारण लोग मजबूरन जान जोखिम में डाल कर रेलवे लाइन पार कर स्टेशन पहुंचते हैं, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। यहां पैदल पुल की बहुत ही आवश्यकता है जिससे समस्या दूर हो जाएगी। अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए। स्टेशन मास्टर झींझक राजेंद्र मीणा ने बताया कि अधिकारियों की स्वीकृति के बाद ही डीएफसी लाइन से खानपुर रोड तक पैदल पुल निर्माण हो सकता है।