धनुष भंग होते ही क्रोधित हुए परशुराम
संवाद सूत्र रूरा क्षेत्र में शुरू हुई रामलीला में धनुष भंग के मंचन व लक्ष्मण परशुराम के चुट
संवाद सूत्र, रूरा : क्षेत्र में शुरू हुई रामलीला में धनुष भंग के मंचन व लक्ष्मण परशुराम के चुटीले संवाद सुन दर्शक रोमांचित हो गए। लीला के दौरान एसपी केशव कुमार चौधरी ने राम दरबार की आरती उतारी व अपने संबोधन में राम का चरित्र अपने अंदर उतार कर सीख लेने की अपील की।
धनुष भंग की लीला में राजा जनक के दरबार में उपस्थित राजा महाराजा धनुष को उठाना तो दूर हिला तक नहीं पाते हैं। इस दौरान राजा जनक के विलाप को देख लोग मायूस हो जाते है तभी विश्वामित्र की आज्ञा पाकर श्रीराम धनुष को तोड़ देते हैं। इस पर पंडाल प्रभु श्रीराम के जयकारों से गूंज उठता है और सीता राम का विवाह होता है। उसी समय धनुष तोड़े जाने से क्रोधित परशुराम को देख जनक के दरबार में सन्नाटा छा जाता है। इस दौरान लक्ष्मण व परशुराम के चुटीले संवाद से दर्शक रोमांचित होते रहे। एसपी केशव कुमार चौधरी ने प्रभु श्रीराम दरबार की आरती उतार कर लोगों को बताया कि प्रभु श्रीराम का चरित्र का अनुसरण बेहद कल्याणकारी है और हमें सीख देता है कि हमें समाज के लोगों के साथ कैसा व्यवहार करना है। इस मौके पर प्रभारी एसओ अनिल कुमार चौकी इंचार्ज प्रभाकर यादव, रामलीला कमेटी के जेएन मिश्रा, दिलीप सिंह मुन्ना, वंशलाल सेंगर मौजूद रहे।
सीता माता खोजते हनुमान जी पहुंचे लंका
मंगलपुर की श्रीआदर्श रामलीला कमेटी की रामलीला के मंचन में सीता की खोज में वीर हनुमान समुद्र लांघ कर लंका पहुंचे। लंकाधिपति रावण की स्वर्ण लंका को देखकर वह आश्चर्य में पड़ गए और सीता माता की खोज में अशोक वाटिका पहुंचे। जहां वृक्ष में बैठकर उन्होंने सीता के सामने चुपचाप ऊपर से भगवान राम की भेजी अंगूठी गिराई। राम की अंगूठी को सीता माता ने तुरंत पहचान लिया और यह बहुमूल्य अंगूठी लाने वाले हनुमान से सामने प्रकट होने को कहा। माता सीता का आदेश सुनकर हनुमान सीता माता के सामने प्रकट हुए और माता सीता के दर्शन कर भावुक हो गए। इसके बाद अक्षय कुमार का वध किया व रावण के आदेश पर मेघनाद ने हनुमान को कैद कर दरबार में पेश किया। हनुमान जी ने लंका दहन किया तो जमकर जयकारे लगे।