डेढ़ माह में दस फीसद ही हुई धान की खरीद

जागरण संवाददाता कानपुर देहात धान खरीद शुरू हुए डेढ़ माह का समय होने को है लेकिन

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 11:45 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 11:45 PM (IST)
डेढ़ माह में दस फीसद ही हुई धान की खरीद
डेढ़ माह में दस फीसद ही हुई धान की खरीद

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : धान खरीद शुरू हुए डेढ़ माह का समय होने को है, लेकिन इसके बाद भी खरीद की रफ्तार नहीं बढ़ सकी है। जिले में एक लाख मीट्रिक टन के सापेक्ष अब तक दस फीसद ही खरीद हो सकी है। खरीद सुस्त होने के कारण किसानों को केंद्र के चक्कर काटने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

खरीफ वर्ष 2020-21 में धान खरीद के लिए नाफेड, पीसीयू, पीसीएफ, खाद्य विभाग, यूपी एग्रो, एनसीसीएफ सहित आठ एजेंसियों के 56 केंद्रों में धान की खरीद की जा रही है। इस बार एक लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके सापेक्ष अब तक दस फीसद ही खरीद हो सकी है। किसानों को समस्याएं न हो इसके लिए शासन की ओर से इस बार 15 दिन पूर्व खरीद शुरू की गई थी, लेकिन करीब डेढ़ माह होने के बाद भी किसानों को अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है। एक ओर जहां सत्यापन के लिए किसान तहसील के चक्कर काट रहे हैं वहीं केंद्र पर पहुंचने पर भी उनकी समस्याएं कम नहीं हो रही हैं। जिला विपणन अधिकारी शिशिर कुमार ने बताया कि सभी केंद्र प्रभारियों को व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं। शिकायत मिलने पर संबंधित केंद्र प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बोले किसान

पहले सत्यापन के लिए मैथा तहसील के चक्कर काटने पड़े तब जाकर मात्रा सत्यापित हो सकी। वहीं अब केंद्र पर पहुंचने के बाद भी तौल का समय निश्चित नहीं किया है जबकि मौजूदा समय में गेहूं की बुवाई के साथ ही अन्य खेती से जुड़े कार्य है।

रणधीर सिंह, हरकिशनपुर मैथा झींझक मंडी में धान बिक्री के लिए एक माह पूर्व गए थे, जिसके बाद 26 नवंबर का समय तौल के लिए दिया गया। निर्धारित तिथि में जब 60 क्विटल धान लेकर पहुंचे तो प्रभावी लोगों ने अपना नंबर लगवा दिया। इससे अब तक धान बिक्री के लिए चक्कर काटना पड़ रहा है।

चंद्रभान दुबे, झींझक

chat bot
आपका साथी