भटौली में नहीं थम रही बीमारी, एक और युवती की मौत

एक पखवाड़ा के अंदर यह दूसरी मौत दहशत में ग्रामीण कैंप लगा कर स्वास्थ्य टीम ने 40 मरीजों को दी दवा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Oct 2019 12:06 AM (IST) Updated:Tue, 15 Oct 2019 06:01 AM (IST)
भटौली में नहीं थम रही बीमारी, एक और युवती की मौत
भटौली में नहीं थम रही बीमारी, एक और युवती की मौत

संवाद सूत्र,रूरा: भटौली गांव में चल रहे बुखार के प्रकोप से एक और युवती ने दम तोड़ दिया है। पखवारा भीतर दूसरी बुखार पीड़िता की मौत होने से बीमार चल रहे लोगों मे दहशत व्याप्त है। युवती की मौत होने की जानकारी पर सीएचसी अकबरपुर से आई डॉक्टरों की टीम ने गांव में बीमार चल रहे 40 मरीजों को दवा वितरित की गई। वहीं ग्रामीणों ने वितरित की जा रही दवा को बेअसर रहने का आरोप लगाया है।

भटौली गांव में बुखार का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। पखवारा भीतर पहले रानी पत्नी योगेंद्र की डेंगू के चपेट में आने से मौत हो गई थी। इसके बाद भटौली मायके आई दिग्विजय सिंह की विवाहित पुत्री लक्ष्मी बुखार की चपेट में आ गई और कानपुर के निजी अस्पताल में कोई लाभ न मिलने पर लाला लाजपतराय अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। युवती के पिता ने बताया कि मेरी पत्नी निर्मला करीब पंद्रह दिनों से डेंगू की चपेट में थी। उनकी देखभाल के लिए बिरिया रसूलाबाद से आई पुत्री 23 वर्षीय लक्ष्मी तीन दिनों से बुखार की चपेट में चल रही थी। कानपुर के कई निजी अस्पतालों में लाभ न मिलने पर लाला लाजपत राय ले जा रहे थे। तभी रास्ते में उसकी मौत ही गई। पखवारा भीतर दूसरी मौत होने से बुखार पीड़ित लोगों में दहशत व्याप्त है। सीएचसी अकबरपुर से डॉ. संयोग, मीना यादव व सोनिया सिंह की चिकित्सकीय टीम ने कैंप लगाकर नये 40 मरीजों को दवाओं का वितरण किया गया। सात मरीजों की रक्त पट्टिका बनाई। डॉक्टरों ने बताया कि अधिकांश लोगों में वायरल का प्रकोप है। ग्रामीणों का कहना है कि जो दवा दी जा रही है उनसे अपेक्षाकृत फायदा न मिलने पर लोग प्राइवेट दवा कराने को मजबूर हो रहे हैं। ग्रामीणों ने रूरा पीएचसी केंद्र में बुखार पीड़ितों के लिए चिकित्सीय सुविधा के लिए अलग काउंटर बनाये जाने की मांग की है।

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