अब बेहमई नहीं विकास कार्य व उद्योग से जिले की पहचान : डीएम
जागरण संवाददाता कानपुर देहात अब वह समय चला गया जब जिले की पहचान बेहमई व बीहड़ क्षेत्र स
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : अब वह समय चला गया जब जिले की पहचान बेहमई व बीहड़ क्षेत्र से होती थी। अब यहां विकास कार्य, उद्योग और उनके उत्पाद से यहां की पहचान बन रही है। यह बातें डीएम जेपी सिंह ने वाणिज्य उत्सव में माती में कहीं।
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत उद्योग विभाग ने अमूल डेयरी में वाणिज्य उत्सव का आयोजन किया। इसमें कई खाद्य पदार्थ व उत्पाद बनाने वाले उद्यमियों व कंपनियों ने प्रतिभाग किया। डीएम जेपी सिंह ने कहा कि आज जनपद विकास निर्यात संवर्धन के बारे में बात कर रहा है। यही यहां का विकास है। मुझे संतोष है कि यह वही कानपुर देहात है, जिसमें बहुत सी बड़ी कंपनियां हैं जिनके उत्पाद देश एवं प्रदेश के साथ विदेशों में भी जाते हैं। एनओसी को लेकर उन्होंने उद्यमियों को बताया कि यह प्रक्रिया 72 घंटे की है, इसमें किसी भी तरह के लालफीताशाही में फंसने की जरूरत नहीं है। एसपी केके चौधरी ने कहा कि उद्यमियों को सभी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था समय के साथ उपलब्ध कराई जाती रही है और हम हमेशा साथ है। सीडीओ सौम्या पांडेय ने कहा कि पहले समय में उद्योग स्थापित करने के लिए इतनी सुविधाएं नहीं थीं, लेकिन उद्योग बेहतर थे, आज लघु उद्योगों को और बढ़ाने की आवश्यकता है। इससे रोजगार भी मिलेगा। बनासकांठा जिला सहकारी संघ अमूल डेरी समेत 16 उद्यमियों को जिलाधिकारी ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। वरिष्ठ कोषाधिकारी केके पांडेय, जीएम डीआइसी चन्द्रभान सिंह, एआरटीओ प्रशासन मनोज वर्मा, एमएसएमई के डिप्टी डायरेक्टर अजय बाजपेयी, आइआइए के चेयरमैन राजीव शर्मा, उद्यमी हरदीप सिंह राखरा व गौरव सिन्हा मौजूद रहे।