सत्यापन में लापरवाही, तहसील के चक्कर काट रहे किसान

जागरण संवाददाता कानपुर देहात खरीफ वर्ष 2020-21 में धान खरीद शुरू हुए करीब डेढ़ माह

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 06:21 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 12:55 AM (IST)
सत्यापन में लापरवाही, तहसील के चक्कर काट रहे किसान
सत्यापन में लापरवाही, तहसील के चक्कर काट रहे किसान

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : खरीफ वर्ष 2020-21 में धान खरीद शुरू हुए करीब डेढ़ माह का समय होने को है। अब तक 15 हजार से अधिक किसानों ने धान बिक्री के लिए पंजीकरण कराया है, जिसके सापेक्ष 3307 किसानों का पंजीयन अब तक नहीं हो सका है। इससे किसानों को धान बिक्री की समस्या हो रही है। वहीं सत्यापन के लिए तहसील के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।

धान बिक्री के दौरान किसानों को किसी प्रकार की समस्या न हो इसके निर्देश शासन की ओर से दिए गए थे, लेकिन इसके बाद भी केंद्रों में तमाम अव्यवस्थाएं हावी है। धान बिक्री के लिए केंद्र पर पहुंचने वाले किसानों को बारदाना, मजदूर, स्थानाभाव सहित अन्य समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। इसके साथ ही सत्यापन के लिए भी किसान को तहसील के चक्कर काटने को मजबूर होना पड़ रहा है। बिक्री शुरू हुए करीब डेढ़ माह का समय होने को है, जिसमें अब तक 15852 किसानों ने विभाग की वेबसाइट पर पंजीयन कराया है। इसमें 2520 किसानों का सत्यापन नाम मिसमैच होने के कारण नहीं हो सका है, जबकि 691 किसानों के द्वारा 100 क्विटल से अधिक मात्रा बेचें जाने के कारण सत्यापन लंबित है। वहीं खाते का मिलान न होने से भी 700 से अधिक किसानों को सत्यापन नहीं हो सका है। डेरापुर तहसील में सबसे अधिक 1165 किसानों का सत्यापन लंबित है जबकि भोगनीपुर तहसील में सबसे कम 120 किसानों का ही सत्यापन होना बाकी। समय से सत्यापन न होने के कारण किसानों को बिक्री की समस्या हो रही है। जिला विपणन अधिकारी शिशिर कुमार ने बताया कि सत्यापन के लिए सभी तहसीलों में निर्देश दिए गए हैं। एक साथ संख्या बढ़ने पर सत्यापन में देरी हुई है। इंसेट

तहसीलवार सत्यापन की स्थिति

तहसील लंबित किसान

डेरापुर - 1165

मैथा - 1006

अकबरपुर - 484

सिकंदरा - 325

रसूलाबाद - 207

भोगनीपुर - 120

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