नर सेवा से ही मिलेंगे नारायण

संवाद सहयोगी झींझक सच्ची भक्ति मनुष्य को करना चाहिए न कि दिखावा। नर सेवा में सभी लोग विश्व

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 06:02 PM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 06:02 PM (IST)
नर सेवा से ही मिलेंगे नारायण
नर सेवा से ही मिलेंगे नारायण

संवाद सहयोगी, झींझक : सच्ची भक्ति मनुष्य को करना चाहिए न कि दिखावा। नर सेवा में सभी लोग विश्वास रखें तभी आपको नारायण मिल सकेंगे। यह बातें झींझक में गांधी व्यायामशाला में आयोजित दुर्गा महोत्सव में श्रीमद्भागवत कथा में तीसरे दिन मंगलवार को भक्त प्रहलाद की कथा सुनाते हुए साध्वी सपना ने कहीं।

उन्होंने कहा कि हिरण्यकश्यप खुद को ही ईश्वर मानता था और अपनी पूजा कराने लगा था। ऐसी शक्तियां और सिद्धियां उसने पा ली थीं कि कोई भी प्राणी कहीं भी किसी भी समय उसे मार नहीं सकता था। प्रहलाद की विष्णु भक्ति उसे बुरी तरह खलने लगी। भक्त प्रहलाद को विभिन्न प्रकार की यातना दी गयी और बुआ होलिका अग्नि से रक्षा करने वाले कवच को ओढ़कर प्रह्लाद को लेकर अग्नि में बैठ गयी और भगवान विष्णु की कृपा से तेज हवा चली और अग्नि कवच होलिका के शरीर से उड़कर प्रह्लाद के शरीर पर आ गया और होलिका जलकर राख हो गयी। अपने भक्त को बचाने के लिए खंभे में से नृसिंह अवतार लेकर भगवान ने पापी हिरण्यकश्यप का पेट फाड़ डाला और अपने भक्त की रक्षा की। उन्होंने बताया कि आप जिस प्रकार से ईश्वर की कामना करोगे, उसी प्रकार से ईश्वर भी आपकी रक्षा करेंगे।

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