मंदिरों में सफाई के साथ ही नवरात्र पर सजने लगे मां के दरबार
जागरण संवाददाता कानपुर देहात चैत्र नवरात्र को लेकर जिले में तैयारियां शुरू हो चुकी है
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : चैत्र नवरात्र को लेकर जिले में तैयारियां शुरू हो चुकी है। देवी मंदिरों में साफ सफाई के साथ सजावट का कार्य शुरू हो चुका है। वहीं मातारानी के श्रृंगार और पूजन सामग्री की दुकानें भी सजनी शुरू हो चुकी हैं। मातारानी को खुश करने और आशीर्वाद पाने के लिए भक्त तैयारियों में जुटे हुए हैं।
हिन्दू धर्म मान्यता के अनुसार वर्ष में दो बार शारदीय नवरात्र व चैत्र नवरात्र पर्व मनाया जाता है। पावन दिनों का एक-एक पल कीमती मानते हुए भक्त कोई पल खाली नहीं जाने देते। मातारानी को खुश करने के लिए सभी अगल-अलग अंदाज में पूजा-अर्चना के साथ भजन कीर्तन करते हैं। 13 अप्रैल से शुरू हो रहे चैत्र नवरात्र को लेकर जिले के कालिका देवी मंदिर, परहुल देवी, रूरा स्थित दुर्गा देवी मंदिर, पाथामाई मंदिर, विजईपुर स्थित शीतला माता मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। मंदिरों में सफाई के साथ ही रंग रोगन किया गया। वहीं दूसरी ओर माता रानी के श्रृंगार और पूजन सामग्री की दुकानें भी सजने लगी हैं। कोरोना संक्रमण के चलते संशय में दुकानदार
चैत्र नवरात्र को लेकर जहां एक ओर मंदिर के पुजारी और भक्त दिन रात तैयारियों में जुटे हैं वहीं दूसरी ओर श्रृंगार और पूजन सामग्री बेचने वाले दुकानदार कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर परेशान हैं। अकबरपुर के प्रसिद्ध कालिका देवी मंदिर के बाहर फूल और पूजन सामग्री की दुकान किए दुकानदार रमाकांत सैनी, विशाल सैनी ने बताया कि पिछले साल लॉकडाउन के चलते भक्तों के न आने से मंदिर में सन्नाटा पसरा रहा था, जिससे कोई सामग्री नहीं बिकी थी। इस वर्ष भी कोरोना संक्रमण धीरे-धीरे तेजी पकड़ रहा है। इन सामान की होती है जमकर बिक्री
नवरात्र पर मातारानी के श्रृंगार और पूजा अर्चना के लिए भक्त चुनरिया, वंदन, नारियल, फूल, माला, अगरबत्ती आदि की जमकर खरीदारी करते हैं और विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर मातारानी को प्रसन्न करने की प्रार्थना करते हैं। आसमान छूने लगे फलों के दाम
फल का नाम पहले प्रति किलो अब प्रति किलो केला(दर्जन में) 30-40 40-50 सेव 80-100 120-150 अंगूर 40-50 60-70 संतरा 40-50 60-80 पपीता 20-25 30-45
नारियल 30 प्रति पीस 40-50 प्रति पीस