बच्चों को आयु के हिसाब से कराएं पढ़ाई

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By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 05:20 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 05:20 PM (IST)
बच्चों को आयु के हिसाब से कराएं पढ़ाई
बच्चों को आयु के हिसाब से कराएं पढ़ाई

संवाद सहयोगी, झींझक : स्कूल न आने वाले छह से 14 वर्ष के बच्चे जब पहुंचे तो उन्हें आयु के हिसाब से भाषा व गणित का ज्ञान नई नई गतिविधियों से कराएं। इससे उन्हें बेहतर तरीके समझ में आएगा और वह तेजी से कोई चीज यादकर सीखेंगे। यह बात झींझक बीआरसी परिसर में आयोजित शारदा कार्यक्रम के प्रशिक्षण में एआरपी आत्मप्रकाश मिश्रा ने कही।

उन्होंने कहा कि छह से 14 साल के ऐसे बच्चे जो स्कूल छोड़ चुके हैं उन्हें दोबारा स्कूल लाने के लिए इस अभियान को चलाया जा रहा है। प्रशिक्षणदाता शशांक शेखर सिंह ने कहा कि इस अभियान के जरिए स्कूल पहुंचे विद्यार्थियों की योग्यता के स्तर को बढ़ाने के लिए नई गतिविधियों का इस्तेमाल करते हुए बच्चों को तैयार करें। इस काम को पूरी लगने से हमें करना है। प्रशिक्षणदाता महाराज सिंह व आलोक गुप्ता ने बताया कि ड्रापआउट बच्चों के प्रशिक्षण के दौरान उनके शैक्षिक स्तर का भी मूल्यांकन किया जाएगा। उसके अनुसार सुसंगत कक्षाओं में उन्हें शामिल किया जाएगा जिससे वह मुख्यधारा से जुड़ सकें। शिक्षक जान लें कि शिक्षा देने से महान कार्य कोई होता नहीं है और हमें कोई भी कोर कसर नहीं छोड़नी है। जब यही बच्चे मेधावी होकर सफल होंगे तो हमें सच्ची खुशी मिलेगी।

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