प्रशासनिक दावों की पोल खोलता दोहरापुर का मघई तालाब

संवाद सहयोगी भोगनीपुर तालाबों की खोदाई कर जल संरक्षण को लेकर प्रशासन की ओर से बड़े

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Jun 2021 05:42 PM (IST) Updated:Mon, 07 Jun 2021 05:42 PM (IST)
प्रशासनिक दावों की पोल खोलता दोहरापुर का मघई तालाब
प्रशासनिक दावों की पोल खोलता दोहरापुर का मघई तालाब

संवाद सहयोगी, भोगनीपुर : तालाबों की खोदाई कर जल संरक्षण को लेकर प्रशासन की ओर से बड़े बड़े दावे किए जा रहे हैं, लेकिन दोहरापुर गांव का मघई तालाब प्रशासनिक दावों की पोल खोलता है। पांच वर्ष पूर्व तालाब में चार लाख रुपये खर्च कर खोदाई कराई गई थी, लेकिन इसके बाद जिम्मेदारों के सुध न लेने से बिना पानी भराए ही छोड़ दिया गया।

मलासा ब्लाक के दोहरापुर गांव में करीब 15 बीघा क्षेत्रफल में मघई तालाब फैला है। तालाब के सुंदरीकरण के लिए वर्ष 2015-16 मनरेगा के तहत खोदाई कर तीन लाख रुपये खर्च किए गए। इसके बाद वर्ष 2016-17 में दोबारा एक लाख रुपये खर्च कर मनरेगा के तहत तालाब की खोदाई कराई गई, लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता ऐसी रही की दो बार रुपये खर्च करने के बाद भी तालाब में पानी भराना मुनासिब नहीं समझा गया। इससे सूख चुके तालाब में धूल उड़ती है, जबकि वह अब मैदान का रूप ले चुका है। वहीं गांव के घरों से निकलने वाला नालियों का पानी जरूर वहां जमा हो जाता है। आसपास के लोगों ने कूड़ा व मिट्टी डालकर तालाब की भूमि पर कब्जा करना जरूर शुरू कर दिया है। वहीं कुछ लोग स्थायी व अस्थायी कब्जा कर निर्माण भी करा रहे हैं। तालाब में पानी न होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं मवेशियों के लिए भी समस्या होती है। स्थानीय लोगों ने बताया कि तालाब कुछ वर्ष पूर्व गांव के लोग मवेशियों को पानी पिलाने के लिए इसी तालाब में लाते थे, लेकिन अब यहां धूल उड़ रही और लगता ही नहीं है कि यह वही मघई तालाब है। मलासा ब्लाक के एडीओ पंचायत हरिओम सक्सेना ने बताया कि दोहरापुर के मघई तालाब में पानी न भरा होने के बावत उन्हे जानकारी नही है। पंचायत सचिव से जानकारी कर खाली तालाब में पानी भरवाया जाएगा।

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