एलआइयू और पुलिस रही फेल
जांस कानपुर देहात आरोपितों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद दूसरे पक्ष के लोग गुस्से में थे। दोनो
जांस, कानपुर देहात: आरोपितों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद दूसरे पक्ष के लोग गुस्से में थे। दोनों तरफ से बयानबाजी गांव में चल रही थी। आरोपित पक्ष जानबूझकर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराने की बात कह रहा था, तो पीड़ित पक्ष गुंडई करने की बात कह रहा था। इतने दिन की तनातनी शनिवार रात हत्या के रूप में सामने आई। एलआइयू व पुलिस सतर्क होती तो शायद एक जान बच सकती थी।
शरीर पर मिली 24 से अधिक चोटें : हत्यारोपित इस कदर खुन्नस खाए थे कि उन्होंने बेरहमी से राजमिस्त्री को मारा। पोस्टमार्टम में 24 से अधिक चोटें शरीर पर मिली हैं, साथ ही हेड इंजरी से मौत होने का कारण सामने आया है। वहीं शाम को गांव में शव आने पर परिवार के लोगों ने गिरफ्तारी जल्द करने व पुलिस के खिलाफ आक्रोश जताते हुए हंगामा किया। शव का अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया। पुलिस ने किसी तरह से समझाया।
एलएलआर अस्पताल (हैलट) में मौत होने के कारण रविवार को कानपुर नगर में ही राजमिस्त्री का पोस्टमार्टम हुआ। पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टर भी हैरान रह गए। उसके सिर, चेहरे, पीठ में चोटें थीं। हाथ व पैर की हड्डी टूट गई थी साथ ही सिर पर गहरा घाव था। हेड इंजरी से उसकी जान गई। वहीं शाम को शव आया तो रोना पीटना मच गया। परिवार के लोगों का कहना था कि पुलिस सही समय से कार्रवाई करती तो शायद आज यह दिन न देखना पड़ता। पिता व भाई ने हंगामा शुरू कर दिया और गिरफ्तारी की मांग करने लगे और शव अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। इस पर थाना प्रभारी ने टीमों के लगातार दबिश देने की बात कही और शांत कराया। इसके बाद गांव के बाहर ही अंतिम संस्कार हुआ।