इटैली झील को बनाया जाएगा पर्यटक स्थल
संवाद सहयोगी रसूलाबाद अब इटैली झील के दिन बहुरेंगे और इसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसि
संवाद सहयोगी, रसूलाबाद : अब इटैली झील के दिन बहुरेंगे और इसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां विदेशी पक्षियों के लिए बसेरे बनेंगे तो चारों तरफ रिग रोड बनेगी। लोगों को इससे रोजगार भी मिलेगा। बुधवार को वन विभाग के इंजीनियर एके द्विवेदी व वन अधिकारी एके शुक्ला ने इसका निरीक्षण किया और ग्रामीणों से भी जानकारी ली। झील को संवारे जाने की जानकारी पाकर ग्रामीण बेहद खुश हैं।
रसूलाबाद से औनहा तक लगभग सात किलोमीटर के दायरे में फैली इटैली झील का बुधवार को निरीक्षण करने आए वन विभाग के इंजीनियर एके द्विवेदी ने इटैली, उसरिया, पीपलखेड़ा, भगवंतपुर ,औनहा आदि चारों ओर घूम कर निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र को विकसित कर पर्यटक स्थल बनाया जाएगा। इससे रोजगार भी यहां मिलेगा। झील का सौंदर्यीकरण करा कर इसे रोजगार परक बनाया जाएगा। केंद्र और प्रदेश सरकार चाहती है कि क्षेत्र की तस्वीर बदले। बारिश में लोगों के खेतों की फसलों को बहा ले जाने वाले इसके पानी का सही उपयोग किया जा सके। एके द्विवेदी ने बताया कि क्षेत्रीय लोगों की दिशा और दशा दोनों बदले इसके लिए सर्वे के बाद प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने पर इसका ध्यान रखा जाएगा। इसमें आने वाले साइबेरियन पक्षियों के लिए इसे आकर्षक बनाया जाएगा और जगह-जगह पक्षियों के रुकने के लिए बसेरे बनाए जाएंगे। झील के चारों ओर रिग रोड बनाया जाएगा ताकि अभी जो लोग इस झील का आनंद नहीं ले पाते हैं वह उसका आनंद ले सकें। झील को चारों ओर से बाउंड्री से ढका जाएगा और जगह- जगह गेट लगेंगे ताकि उसमें जानवर भी न जा सके। जगह-जगह झील के चारों ओर दुकानें भी बनाने का प्रोजेक्ट में प्रस्ताव भेजा जाएगा। इस प्रकार के प्रोजेक्ट की रिपोर्ट बनाने के लिए इसका का सर्वे किया जा रहा। बताते चलें कि 1989 में जनता दल से बिल्हौर संसदीय क्षेत्र में आने वाले इस इटैली क्षेत्र के सांसद बने अरुण नेहरु ने इसकी विशालता को देखते हुए इसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किए जाने का सपना देखा था और मंत्री बनने पर उन्होंने इस महत्वाकांक्षी योजना को मूर्त रूप देने के लिए पैसा भी स्वीकृत कराया था कितु प्रदेश में सरकार बदलने पर यह ठंडे बस्ते में चली गई। निरीक्षण में क्षेत्रीय वन अधिकारी एके शुक्ला, मोहित श्रीवास्तव, वन दारोगा सुघर सिंह, निरीक्षक दिनेश सिंह मौजूद रहे।