बुखार से मासूम की मौत, गांवों में अधिक प्रकोप

जागरण संवाददाता कानपुर देहात बुखार से अमरौधा में एक मासूम की जान चली गई। उसे पांच दिन

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 05:52 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 03:04 AM (IST)
बुखार से मासूम की मौत, गांवों में अधिक प्रकोप
बुखार से मासूम की मौत, गांवों में अधिक प्रकोप

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : बुखार से अमरौधा में एक मासूम की जान चली गई। उसे पांच दिन से बुखार आ रहा था। वहीं अस्पतालों में मरीजों की कतार लगी है। ओपीडी में बड़ों के मुकाबले बच्चे अधिक आ रहे हैं। वहीं डेरापुर में एक युवक के डेंगू के लक्षण मिलने पर टीम पहुंची और गांव में कई लोगों की जांच कर नमूने लिए।

अमरौधा के चांदापुर गांव में किसान चरन सिंह की पांच वर्षीय पुत्री पायल को उन्होंने बुखार आने पर पांच दिन पहले भोगनीपुर के एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया था। यहां पर गुरुवार को उसकी मौत हो गई, इससे स्वजन में रोना पीटना मच गया। उधर, जिला अस्पताल की ओपीडी में छह सौ से अधिक मरीज पहुंचे। दोपहर बाद तक लाइन में लोग लगे रहे। 30 फीसद से अधिक लोगों को बुखार व गले में दर्द की शिकायत थी। बाल रोग विशेषज्ञ डा. अमर चंद्रा के कक्ष में बच्चों को लेकर बड़े पहुंचे थे। इसके अलावा इमरजेंसी में भी बच्चे गंभीर हालत में पहुंचे। एक को वार्ड में भर्ती कर लिया गया। उधर, डेरापुर तहसील क्षेत्र के सरगांव खुर्द गांव में अश्वनी कुमार में डेंगू के लक्षण मिलने के चलते गांव में डेरापुर सीएचसी प्रभारी डाक्टर अशोक कुमार, अजीत कुमार, संजय कुमार गौतम के साथ गांव पहुंच कर 27 बुखार के मरीजों की जांच कर दवा दी। इसके साथ ही नीलम व विक्रम सिंह की मलेरिया व डेंगू की स्लाइड बनाकर जांच के लिए भेजा। वहीं लज्जावती, आनंद, करन, शक्तिराम व गोविद की मलेरिया के लिए रक्त पट्टिका बनाई गई। गांव में डीडीटी का छिड़काव किया गया। इसके साथ ही ग्रामीणों को साफ सफाई रखने के साथ ताजा भोजन व साफ पानी पीने के साथ ही मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करने के सलाह दी गई। सीएचसी प्रभारी ने बताया कि डेंगू व मलेरिया का लक्षण मिलने पर रक्त पट्टिका बनाई गई है। रिपोर्ट आने पर दोबारा गांव में टीम जाएगी।

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