रसूलाबाद क्षेत्र में खेत के साथ ही सड़क से उतरा पानी
संवाद सहयोगी रसूलाबाद क्षेत्र में नहर का पचद्वारा खोल दिए जाने से मार्गों का पानी अब उतर गया
संवाद सहयोगी, रसूलाबाद : क्षेत्र में नहर का पचद्वारा खोल दिए जाने से मार्गों का पानी अब उतर गया है। खेतों में भी पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है। इससे क्षेत्रीय पांडु नदी के तटवर्ती करीब 12 से अधिक गांव के किसानों ने राहत की सांस ली है।
अवैध रूप से मछली मारने वालों ने दो दिन पहले रात में ककवन बड़ी नहर के पचद्वारा को बंद कर पानी नदी में छोड़े जाने से पांडु नदी के तटवर्ती रसूलाबाद क्षेत्र के कुड़रा, औरंगपुर गहदेवा, दलिकपुर महाराजपुर, खड़कपुर ,गंगादीन निवादा, खेड़ा, कुर्सी, लुदाखर ,भीतरगांव ,भीटी कुर्सी, खेम निवादा, सुक्खा निवादा, चमरहिया, तोरना, थान व हमीरपुर आदि गांवों के किसानों की फसलें जलमग्न हो गई थीं। इससे मार्ग में पानी भर गया था। इस पर किसानों ने इसकी शिकायत थाना ककवन में की थी। इसके साथ ही रसूलाबाद एसडीएम से इसकी शिकायत की गई थी, तब किसानों की इस गंभीर समस्या पर एसडीएम बिल्हौर से आग्रह किया गया कि वह किसानों की समस्या को देखते हुए ककवन नहर के पचद्वारों को खुलवा दें। इस पर किसानों को राहत देने के लिए पचद्वारा खोलने का निर्देश नहर विभाग के अधिकारियों को दिया गया है। अब पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है। रास्तों से पानी उतर गया है। खेतों में भी पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है। किसान राधेश्याम, सुशील कुमार, आशीष व जयंत ने बताया कि पानी अब कम होने लगा है, लेकिन काफी नुकसान हम सभी का हो गया है। हम सभी की मांग है कि क्षति की पूर्ति के लिए मुआवजा दें वरना किसान की लागत ही इस बार निकलना मुश्किल है।