एसएसबी जवान को दी गई अंतिम विदाई

संवाद सहयोगी भोगनीपुर (कानपुर देहात) बलरामपुर जनपद में नेपाल बॉर्डर पर तैनात बरौर थाना

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 06:52 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jun 2020 06:07 AM (IST)
एसएसबी जवान को दी गई अंतिम विदाई
एसएसबी जवान को दी गई अंतिम विदाई

संवाद सहयोगी, भोगनीपुर (कानपुर देहात): बलरामपुर जनपद में नेपाल बॉर्डर पर तैनात बरौर थाना क्षेत्र के दुलीचंद्रपुर गांव के एसएसबी जवान कपिलदेव यादव का पार्थिव शरीर सोमवार को सुबह उसके पैतृक गांव दुलीचंद्रपुर लाया गया। जहां सेना के जवानों व पुलिस अधिकारियों ने जवान के पार्थिव शरीर को सलामी दी, फिर गांव के बाहर खेत में अंतिम संस्कार कर दिया गया।

बरौर थाना क्षेत्र के दुलीचंद्रपुर गांव निवासी एसएसबी जवान कपिलदेव यादव बलरामपुर जनपद में नेपाल बॉर्डर में तैनात थे। रविवार को नेपाल बॉर्डर पर श्रमदान के दौरान उन पर पेड़ की डाल गिरने से मौत हो गई थी। सोमवार को एसएसबी के सब इंस्पेक्टर दुर्गेश शर्मा, हेड कांस्टेबल विपिन कुमार, सैनिक विष्णु यादव, अमजद अली, सतेन्द्र प्रसाद, एसएन चौबे, पदम सिंह, जीवनराम आदि के साथ एसएसबी जवान कपिलदेव यादव का पार्थिव शरीर लेकर उसके पैतृक गांव पहुंचे। पार्थिव शरीर देख पत्नी पूनम उर्फ पिकी, पिता लल्ला सिंह, बड़ा भाई चरन सिंह, भाभी बिट्टन देवी, पुत्र अंश व आयुष, बहन मुन्नी देवी, ताऊ प्रताप सिंह, चाचा राजासिंह, चचेरा भाई हरगोविद सिंह व हरमोहन सिंह व अन्य स्वजन बिलखने लगे। घटना की जानकारी पाकर ग्राम प्रधान रामशंकर यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष रामसिंह यादव, जिला पंचायत सदस्य दिलीप सिंह यादव, अरुण यादव उर्फ बबलू, शांतिशरण यादव, नरेन्द्र पाल सिंह यादव, गोविद यादव भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राहुलदेव अग्निहोत्री, जीतेंद्र सचान आदि गांव पहुंचे और स्वजनों को सांत्वना दी। गांव पहुंचे एसडीएम राजीव राज, सीओ रामकृष्ण मिश्रा, बरौर थानाध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने भी स्वजनों को सांत्वना दी। कुछ देर बाद एसएसबी जवान के पार्थिव शरीर को गांव के बाहर खेत में अंत्येष्टि स्थल पर ले जाया गया, जहां शरीर में लिपटे तिरंगे को निकालकर जवान के पिता को सौंपा गया। एसआइ दुर्गेश शर्मा ने पिता को ढांढ़स बंधाते हुए अन्य विभागीय सुविधाएं दिलवाने का आश्वासन दिया। सीओ रामकृष्ण मिश्रा, बरौर थानाध्यक्ष दिग्विजय सिंह व साथी सेना के जवानों और ग्रामीणों ने पुष्प अर्पित किए। बड़े भाई चरन सिंह ने मुखाग्नि दी। अंत्येष्टि स्थल पर मीनापुर, बरौर, मुड़ेरा, बेडामऊ,लवरसी, असेवा, महोलिया, कलेनापुर, बहरई आदि गांवों के सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

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