पटरी फटने से चार गांव के किसानों की फसल डूबी
संवाद सूत्र शिवली नहर विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से क्षेत्र के कई गांव के किसानों
संवाद सूत्र, शिवली : नहर विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से क्षेत्र के कई गांव के किसानों की फसल जलमग्न हो गई। सुनासी माइनर को अधूरा बनवा कर छोड़ दिए जाने व पानी आने पर पटरी फटने से जसवंतपुर, मोगरा, बरियन निवादा व नुनारी बहादुरपुर गांव के सैकड़ों किसानों की खड़ी गेहूं की फसल जलमग्न हो गई। नाराज किसानों ने मंगलवार को जमकर हंगामा काटा और प्रदर्शन किया।
रामगंगा मैहर में ग्राम मनावा रसूलाबाद के पास से निकाली गई सुनासी माइनर को नहर विभाग के एई कामता प्रसाद की देखरेख में मनावा गांव के पास से नुनारी बहादुरपुर, जसवंतपुर, मोगरा व बरियन निवादा तक पक्का बनवाकर अधूरा छोड़ दिया गया। इस माइनर को आगे सूपा नाले तक जाकर जुड़ना था, लेकिन यह नहीं हुआ। मंगलवार को पानी तेजी से आने से बरियन निवादा पर पटरी फट गई। इससे आसपास खेतों में पानी जाना शुरू हो गया। कुछ ही देर में कई बीघा गेहूं की फसल पूरी तरह से डूब गई। किसान फावड़ा लेकर पटरी बांधने में जुट गए, लेकिन तब तक सैकड़ों बीघा फसल प्रभावित हो चुकी थी। किसान रामशंकर, साहब लाल, दिनेश कुमार, श्यामलाल, शिव सिंह, जयनारायण, सतीश प्रसाद, रामाधार, शिव प्रसाद सहित अन्य किसानों ने जमकर हंगामा काटा व नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। किसानों ने एसडीएम मैथा राम शिरोमणि को मामले की जानकारी देते हुए सुनासी माइनर को औरंगाबाद गांव के पास से निकले सूपा नाले में मिलाए जाने की मांग की है ,जिससे किसानों की फसल की सुरक्षा हो सके। एसडीएम मैथा ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है। अतिशीघ्र नहर विभाग से सुनासी माइनर का सूपा नाले तक पक्का निर्माण कराया जाएगा।