जंगली जानवरों के विचरण से किसान भयभीत
संवाद सहयोगी भोगनीपुर कोतवाली के बिदखुरी गांव के पास गुरुवार को जंगली जानवर के हमले से
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर : कोतवाली के बिदखुरी गांव के पास गुरुवार को जंगली जानवर के हमले से किसान अनिल कश्यप की मौत के बाद खेतों में जंगली जानवरों के विचरण किसानों ने खेतो में जाना बंद कर दिया है। किसान रात के समय खेतों मे खड़ी गेहूं की फसल में पानी लगाने से भी कतरा रहे है।
गुरुवार को बिदखुरी गांव के पास खेत में पानी लगाने गए 28 वर्षीय किसान अनिल कश्यप उर्फ छुन्ना की जंगली जानवर के हमले से जान चली गई थी। शुक्रवार को सुबह उसका रक्तरंजित शव गांव से कुछ दूर कच्चे रास्ते के बीच पड़ा मिला था। शव पर गर्दन, मुंह व सीने पर जंगली जानवर के हमले के निशान मिले थे जबकि वहां का मांस भी नहीं था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जंगली जानवर के हमले से मौत की पुष्टि हुई थी। जंगली जानवर के विचरण की जानकारी पाकर वन विभाग की टीम ने शुक्रवार को बिदखुरी गांव के आसपास खेतों में कांबिग कर जंगली जानवर की तलाश की थी, लेकिन पता नही चल सका था। बिदखुरी गांव के शिवराम सिंह, प्रमोद सचान, ओमकार पाल व सुखसौरा गांव के दिनेश पाल सहित अन्य किसानों ने बताया कि जंगली जानवर रात के समय खेतों में घूमते दिखाई दे रहे है, जिससे उनके हमले की आशंका के चलते खेतों में जाना बंद कर दिया है। रात के समय किसान खेतों में खड़ी गेंहू की फसल में सिचाई के लिए पानी लगाने से डर रहे हैं। रविवार को बिदखुरी, सुखसौरा, सुनरापुर, कल्ला आदि गांव के एक दर्जन से अधिक किसानों ने खेतों में छिपे जंगली जानवर की तलाश में सामूहिक रुप से कांबिग की, लेकिन जंगली जानवर ग्रामीणों के हत्थे नही चढ़ सका। वन रेंज अधिकारी छेदालाल ने बताया कि क्षेत्र मे कांबिग कर जंगली जानवर को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।